रोहतक : उत्तर भारत के राज्यों के ऑर्थो के डॉक्टरों के लिए 44वां नॉर्थ जोन ऑर्थोपेडिक सम्मेलन (NZOACON 2026) 13 से 15 फरवरी 2026 तक पीजीआईएमएस, रोहतक में आयोजित किया जाएगा। शुक्रवार को पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुल सचिव और हड्डी रोग विभाग का अध्यक्ष डॉ रूप सिंह ने इसकी वेबसाइट और कॉन्फ्रेंस ब्रोशर का विमोचन किया।
इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए डॉक्टर रूप सिंह ने बताया कि यह प्रतिष्ठित कॉन्फ्रेंस हर साल उत्तर भारत के अलग अलग राज्यों में आयोजित की जाती है और यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि 2026 में इसका आयोजन रोहतक में होने जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि आज कॉन्फ्रेंस की वेबसाइट का विमोचन किया गया है जिसके साथ ही कांफ्रेंस के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं। इस बार उम्मीद है कि इस कांफ्रेंस में 1000 से अधिक प्रतिभागी अपना रजिस्ट्रेशन करेंगे।
डॉ रूप सिंह ने बताया कि कॉन्फ्रेंस की थीम एक्सप्रेस, एजुकेटेड और इवॉल्व रखी गई है। उन्होंने बताया कि इसमें चिकित्सकों के ज्ञानवर्धन के लिए विभिन्न केसों पर चर्चा की जाएगी और रिकॉर्ड ऑपरेशन दिखाए जाएंगे।
कॉन्फ्रेंस के ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ आशीष देवगन ने बताया कि कॉन्फ्रेंस के दौरान किसिम्पोजिया, पैनल डिस्कशन, इंस्ट्रक्शनल लेक्चर्स और फ्री पेपर प्रेजेंटेशन होंगे, जिनमें प्रसिद्ध फैकल्टी, जाने-माने सर्जन और युवा शोधकर्ता भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि आयोजन समिति उच्च गुणवत्ता वाले वैज्ञानिक सत्रों और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने के लिए अथक प्रयास कर रही है।हमें विश्वास है कि NZOACON 2026 चिकित्सकों को प्रेरित, सूचित और ऊर्जावान बनाया जाएगा।
जानकारी देते हुए जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज हड्डी रोग विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर उमेश यादव ने कहा कि पीजीआईएमएस के सुश्रुत सभागार में होने वाली उत्तर क्षेत्र ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (NZOA) और पीजीआईएमएस रोहतक के ऑर्थोपेडिक्स विभाग की ओर से सभी का स्वागत है और इसके लिए पूरे देश के हड्डी रोग विशेषज्ञों में उत्साह है।
इस अवसर पर डॉ राज सिंह, डॉ कृष्णा, डॉ हेमंत मोर, डॉ अजय श्योराण, डॉ जितेंद्र, डॉ वीरेंद्र, डॉ अजय, डॉ ध्रुव , डॉ सुनील उपलब्ध रहे ।