Bihar liquor ban: बिहार में एक लंबे वक्त से शराब बंदी कानून (Bihar liquor ban) लागू है. लेकिन इसके बावजूद आए दिन शराब के तस्करें पकड़े जाते हैं. अब ताजा मामला सुपौल जिले का है. यहां बुधवार की आधी रात लौकहा थाना क्षेत्र अंतर्गत अमहा गांव के पास शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई. मद्यनिषेध विभाग को गुप्त सूचना मिली थी. इस सूचना के आधार पर प्याज से लदे एक ट्रक की तलाशी के दौरान 367 विदेशी शराब की पेटियां बरामद हुई है. पुलिस ने इस मामले में ट्रक ड्राइवर समेत दो तस्करों को गिरफ्तार किया है.
Bihar liquor ban: दो अन्य तस्कर हुए फरार
बरामद शराब की मात्रा 3300 लीटर बताई जा रही है. पुलिस ने कार्रवाई के दौरान ट्रक ड्राइवर समेत दो तस्करों को मौके से गिरफ्तार किया गया. वहीं अन्य दो तस्कर रात में अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए. गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिससे शराब तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है.
गैर कानूनी गतिविधि में शामिल किसी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा
इससे पहले भी बिहार में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. सुपौल में हुई कार्रवाई पर मद्यनिषेध विभाग ने साफ कर दिया है कि अवैध शराब के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा.
इससे पहले भी आ चुके हैं कई मामले
बिहार में इससे पहले भी शराब तस्करी के कई मामले सामने आ चुके हैं. ये तस्कर कभी दूध टैंकरों तो कभी एंबुलेंस तक में चोरी-छिपे शराब की खेप लेकर निकलते हैं. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में शराब की तस्करी की जाती है. पुलिस इनके खिलाफ लगातार कार्रवाही कर रही है.
साल 2016 से बिहार में शराबबंदी
साल 2016 से बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. 2015 विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने इसे उठाया था लेकिन फिर सरकार बनने के बाद साल 2016 में इसे पूर्ण रुप से लागू कर दिया.