चंडीगढ़। हरियाणा में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं तक जनता की आसान पहुंच सुनिश्चित करने तथा होम्योपैथी एवं यूनानी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने नवसृजित आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर (एएमओ) के 1085 पदों में से 204 पदों को पुनः नामित करने का निर्णय लिया है। इनमें 120 पदों को होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी (एचएमओ) तथा 84 पदों को यूनानी चिकित्सा अधिकारी (यूएमओ) के रूप में पुनः नामित किया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस संबंध में प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है।
सरकारी प्रवक्ता ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आयुष स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग की समीक्षा बैठक में सभी पीएचसी और उप स्वास्थ्य केंद्रों पर 1000 आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति करने का निर्देश दिए थे। इन निर्देशों की का अनुपालन करते आयुष विभाग में एएमओ के 1085 पद सृजित किए गए।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में, 557 एएमओ की तैनाती के लिए हरियाणा लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के माध्यम से भर्ती के लिए अनुरोध भेजा जा चुका है, जिसमें 419 पीएचसी और 138 उप स्वास्थ्य केंद्रों के लिए निर्धारित किए गए हैं। इनकी नियुक्ति होने से आयुष सेवाओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं के प्राथमिक स्तर पर पर्याप्त कार्यबल उपलब्ध हो सकेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि दूसरे चरण के तहत आयुष सेवाओं के व्यापक उपयोग के लिए एएमओ, एचएमओ और यूएमओ सहित शेष 528 पदों को भरने का प्रस्ताव है। इस उद्देश्य के लिए, 120 पदों को होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी और 84 पदों को यूनानी चिकित्सा अधिकारी के रूप में पुनः नामित करने की आवश्यकता है। होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों के लिए 120 पदों का आवंटन प्रदेशभर में दैनिक बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) संख्या में वृद्धि को देखते हुए आवश्यक है। पिछले कुछ समय में प्रायः यह देखा गया है कि राज्य में सीएचसी और पीएचसी सहित सभी सुविधाओं से औसतन होम्योपैथिक ओपीडी में लगभग 35-40 रोगी आते हैं। इसलिए जनहित में आयुष स्वास्थ्य प्रणाली तक व्यापक पहुंच सुनिश्चित करते हुए पदों को पुनः नामित किया गया है।