Haryana Assembly Session : हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सोमवार को विपक्षी दल कांग्रेस व इनेलो ने डीएपी खाद की कमी का मुद्दा उठाया। इनेलो विधायक आदित्य देवीलाल चौटाला ने डीएपी खाद की कमी के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव प्रस्ताव पेश किया।
अदित्य देवीलाल ने कहा कि प्रदेश में किसानों को डीएपी, यूरिया खाद समय पर न मिलने की वजह से बहुत परेशान है। खाद न मिलने के कारण रबी फसलों की बिजाई प्रभावित हुई है। खाद के लिए किसानों को घंटों तक लाईन में खड़े रहना पड़ता है परंतु फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल पाता। किसानों को समय पर खाद न मिलने के कारण गेहूं और सरसों की फसल को बुरा असर पड़ना लाजिमी है। डीएपी खाद की कमी को लेकर प्रदेश के किसानों में सरकार के प्रति भारी गुस्सा व रोष व्याप्त है।
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है। राज्य में डीएपी का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।
नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रदेश में किस पैक्स पर कितनी खाद उपलब्ध है, उसका डेटा भी सरकार के पास है। यदि किसी सदस्य को जानकारी की आवश्यकता होगी, उन्हें यह जानकारी भी उपलब्ध हो जाएगी। वर्तमान में प्रदेश में डीएपी की कमी नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे भी किसान के बेटे हैं, खाद की समस्या क्या होती है, ये उन्हें मालूम है। उन्होंने कहा कि नवंबर माह के लिए 1,10,200 मीट्रिक टन डीएपी का आवंटन हुआ है।
एक अन्य सदस्य द्वारा सिरसा में डीएपी के स्टॉक की उपलब्धता के संबंध में किए गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला सिरसा में 1 अक्टूबर, 2024 को डीएपी का प्रारंभिक स्टॉक 1063 मीट्रिक टन उपलब्ध था और आज 18 नवंबर को 2217 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है।
इसी प्रकार, जिला हिसार में आज भी 2087 मीट्रिक टन डीएपी का स्टॉक उपलब्ध है। हिसार में पिछले वर्ष से 216 मीट्रिक टन ज्यादा खाद दे चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि प्रदेश में डीएपी खाद की किसी भी प्रकार से कोई कमी नहीं है। केवल खाद की कमी की अफवाहें फैलाई जा रही हैं और किसानों को बहकाया जा रहा है। प्रदेश में डीएपी का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है।