वॉशिंगटन। 8 अप्रैल को अमेरिका में सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है, जो बेहद दुर्लभ है। सूर्य ग्रहण सबसे दुर्लभ घटनाओं में से एक होता है। सूर्य ग्रहण क्योंकि कुछ ही इलाकों में दिखता है, जो इसे दुर्लभ बनाता है। लेकिन 8 अप्रैल को लगने वाले सूर्य ग्रहण को कई और भी चीजें हैं जो खास बनाती हैं। इस कारण यह चर्चा का विषय बना हुआ है। सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है। चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। चंद्र ग्रहण की तुलना में सूर्य ग्रहण बेहद छोटे भौगोलिक क्षेत्र में दिखता है, जो इसे और भी खास बना देता है।
पूर्ण सूर्य ग्रहण काफी प्रभावी
मेक्सिको, अमेरिका और कनाडा में यह पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा। इससे पहले 2017 में अमेरिका में पूर्ण सूर्य ग्रहण देखा गया था। लेकिन पहले के तुलना में यह ज्यादा स्थानों पर दिखेगा। पहले के सूर्य ग्रहण की तुलना में इसका समय भी ज्यादा होगा। चंद्र ग्रहण या वलयाकार सूर्य ग्रहण की तुलना में पूर्ण सूर्य ग्रहण काफी प्रभावी होता है। वलयाकार सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य को ढक लेता है। लेकिन इसके बाहरी किनारे रह जाते हैं। इस कारण आसमान में आग की रिंग जैसी चीज दिखती है। वहीं चंद्र ग्रहण तब होता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाए।
अमेरिका के लिए बेहद दुर्लभ है सूर्य ग्रहण
अमेरिका में 8 अप्रैल को लगने वाला सूर्य ग्रहण बेहद दुर्लभ है। क्योंकि अगर इस बार चूके तो अमेरिका लोगों को अगले सूर्य ग्रहण के लिए 20 साल इंतजार करना पड़ेगा। अमेरिका में अगला पूर्ण सूर्य ग्रहण 23 अगस्त 2044 में लगेगा। 2044 का सूर्य ग्रहण देखना इस बार की तुलना में आसान नहीं होगा। यह कुछ ही राज्यों से होकर गुजरेगा। 2045 में फिर दूसरा सूर्य ग्रहण आएगा जो अमेरिकी लोगों को आसानी से दिख सकेगा। 8 अप्रैल का सूर्य ग्रहण करोड़ों लोगों के ऊपर से गुजरेगा।
दूर-दूर से ग्रहण देखने पहुंचेंगे लोग
नासा के अनुमान के मुताबिक 21.5 करोड़ लोगों ने 2017 का सूर्य ग्रहण देखा। इसमें प्रत्यक्ष और डिजिटल माध्यम शामिल हैं। यह सूर्य ग्रहण डलास, क्लीवलैंड और बफेलो, न्यूयॉर्क जैसे शहरों से गुजरेगा। इन शहरों में कुछ समय के लिए होने वाली होटल बुकिंग की डिमांड बढ़ गई है। जिन शहरों में पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, वहां चेतावनी जारी की गई है। क्योंकि इस दौरान भयंकर ट्रैफिक जाम की उम्मीद है। कई जगहों पर स्कूलों में छुट्टी की मांग भी की गई है।