सालों पहले भारत में नहीं होती थी सेब की पैदावार, जानिए भारत में सेब कैसे आया
सेब सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
जो रोजाना एक सेब खाता है वो सारी बीमारियों से दूर रहता है।
हिमाचल प्रदेश और शिमला में होने वाले सेब को खूब पसंद किया जाता है। विदेशों में भी इस सेब की बहुत मांग है।
लेकिन क्या आप जानते हैं 107 साल से पहले भारत में सेब की पैदावार ही नहीं होती थी
भारत में कैसे आए सेब
सत्यानंद स्टोक्स ने सेब को अमेरिका से लाकर थानाधार में लगाया था।
शिमला से 80 किमी की दूरी पर स्थित थानाधार में सेब की खेती शुरू हुई थी।
थानाधार में सोशल सर्विस करनेवाले अमेरिकन सैमुअल स्कोक्स के पिता की मौत 1911 में हो गई थी।
पिता का निधन होने पर वो अमेरिका गए और वापसी में सेब के पौधे लेते आए, जिसे थानाधार में 2 बीघा जमीन में उगा दिए।
स्टोक्स को सेब की खेती के बारे में जानकारी नहीं था। वे किताबों से पढ़कर इसकी खेती करने लगे।
1932 में सैमुअल स्टोक्स ने हिंदू धर्म अपना लिया और सत्यानंद स्टोक्स बन गए।
इसके बाद आसपास के गांववालों ने भी सत्यानंद से सेब के पौधे लेकर अपनी जमीन पर लगा लिए। इस तरह सेब की खेती होने लगी।