'राजनीति के पलटूराम' क्यों कहलाते हैं नीतीश कुमार 

बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर एक बार फिर चर्चा है कि वो पाला बदलने वाले हैं।

बिहार की राजनीतिक में बड़ा खेला होने वाला है।

ये खबरें हैं कि नीतीश कुमार आरजेडी का दामन छोड़ एक बार फिर से बीजेपी के साथ जुड़ सकते हैं।

नीतीश कुमार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में भी शामिल नहीं हो रहे हैं

नीतीश कुमार कई बार एक गठबंधन को तोड़कर दूसरे गठबंधन के साथ हाथ मिला चुके हैं।

1974 में छात्र राजनीति के जरिए पॉलिटिक्स में एंट्री मारने वाले नीतीश कुमार अब तक पांच बार पाला बदल चुके हैं

जनता दल का हिस्सा रहे नीतीश कुमार ने पहली बार 1994 में पाला बदला। नीतीश कुमार ने वामदलों का हाथ छोड़ा और एनडीए में शामिल हो गए।

1996 में नीतीश कुमार ने दूसरी बार पलटी मारते हुए एनडीए का दामन थामा। बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए के साथ नीतीश का सफर 2010 तक चला

2014 में फिर नीतीश कुमार ने अकेले लोकसभा चुनाव लड़ा। 2015 में तीसरी बार पलटी मारते हुए उन्होंने महागठबंधन बनाया। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह सीएम भी बन गए।

2017 में नीतीश ने चौथी बार पलटी मारते हुए बीजेपी में जाने का फैसला किया।

इसके बाद उन्होंने 2022 में पांचवीं बार पलटी मारते हुए बीजेपी का दामन छोड़ा और फिर से महागठबंधन में शामिल हो गए