मौनी अमावस्या क्यों मानी जाती है इतनी खास? जानें महत्व

हिंदू धर्म शास्त्रों में अमावस्या तिथि बहुत ही विशेष मनी गई है, इसमें भी मौनी अमावस्या बहुत ही पावन मानी गई है।

मौनी अमावस्या पर स्नान-दान किया जाता है, मौनी अमावस्या पर मौन व्रत भी रखा जाता है, इस दिन साधु संत और अन्य लोग मौन व्रत भी रखते हैं।

 मौनी अमावस्या पर पितरों के पिंडदान और तर्पण से उन्हें मुक्ति मिल जाती है, साथ ही पितर बैकुंठ धाम चले जाते हैं।

इस साल कब है मौनी अमावस्या

इस साल मौनी अमावस्या 29 जनवरी को है, हालांकि हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआत 28 जनवरी की शाम 7 बजकर 37 मिनट पर हो जाएगी।

मौनी अमावस्या का महत्व

मौनी अमावस्या पर पितरों के पिंडदान और तर्पण के साथ-साथ दान भी किया जाता है।

मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या पर स्नान के साथ दान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है, मौनी अमावस्या पर दान के लिए सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त का माना जाता है।

मौन व्रत क्यों रखा जाता है?

मौनी अमावस्या पर मौन व्रत भी रखा जाता है, साधु संत इस दिन मौन व्रत रखते हैं, क्योंकि मौन मन को कंट्रोल में रखने और ध्यान में एकाग्रता का सबसे सशक्त माध्यम है।