फांसी से पहले भगत सिंह की पैरेवी किसने की थी
अंग्रेजों के शासनकाल में 23 मार्च को भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा दी गई थी.
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी लगने के बाद संवंतत्रता आंदोलन तेज हो गया था.
भगत सिंह की फांसी से पहले कई नेताओं ने उनकी पैरेवी करने का प्रयास किया था.
भगत सिंह के लिए सबसे ज्यादा पैरेवी मोहम्मद जिन्ना ने की थी.
भूख हड़ताल की वजह से भगत सिंह जब कोर्ट में पेश नहीं हो पा रहे थे तब अंग्रेज एक बिल लाए.
इस बिल के मुताबिक आरोपी की गैर मौजूदगी में भी मामले की सुनवाई की इजाजत मांगी गई थी.
साल 1929 में इस बिल के खिलाफ मोहम्मद जिन्ना ने आंदोलन किया था.
जिन्ना की जोरदार बहस के कारण सेंट्रल लेजिसलेटिव एसेंबली ने उस बिल को खारिज कर दिया था.
24 मार्च को नेहरु ने कहा था मैं चुप था ताकि मेरा एक भी शब्द भगत सिंह की सजा घटाने के आसार को नुकसान ना पहुंचाये.