किताबें इंसान का सबसे अच्छी साथी होती है, किताबें ज्ञान के साथ-साथ अच्छे साथी होने का एहसास दिलाती है
किताबों के शौकिन लोगों के लिए लाइब्रेरी हमेशा एक विकल्प रहा है
आज जानते हैं भारत की 5 बड़ी लाइब्रेंरी कौन सी हैं
कोलकाता का राष्ट्रीय पुस्ताकालय भारत की सबसे बड़ी लाइब्रेरी है. 1836 में स्थापित इस पुस्तकालय में 2.2 मिलियन से अधिक पुस्तकें, प्राचीन पांडुलिपियां और पत्रिकाएं हैं, जिनमें इतिहास, साहित्य, विज्ञान और कला जैसे विविध विषय शामिल हैं
राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता
चेन्नई अन्ना सेंटेनरी लाइब्रेरी आकार के मामले में दूसरे स्थान पर है. साल 2010 में इस लाइब्रेरी का उद्घाटन किया गया था, जहां 1.2 मिलियन से अधिक किताबें, डिजिटल संसाधन और मल्टीमीडिया सामग्री
अन्ना सेंटेनरी लाइब्रेरी, चेन्नई
उत्तर प्रदेश के रामपुर पैलेस के भीतर स्थित रजा लाइब्रेरी एक अद्वितीय आकर्षण रखती है. 1774 में स्थापित इस लाइब्रेरी में 500,000 से अधिक पांडुलिपियों का संग्रह है, जो मुख्य रूप से अरबी, फ़ारसी और उर्दू साहित्य पर केंद्रित हैं
रजा लाइब्रेरी, रामपुर
दक्षिण भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रमाण तंजावुर में सरस्वती महल पुस्तकालय भारत के सबसे पुराने पुस्तकालयों में से एक है
सरस्वती महल पुस्तकालय, तंजावुर
गोवा के जीवंत तटों के बीच पणजी में कृष्णदास शामा सेंट्रल लाइब्रेरी 180,000 से अधिक पुस्तकों का एक समृद्ध संग्रह प्रदान करती है