ये है दुनिया का  ‘मायावी’ इलाका जहां जाते ही सुसाइड कर लेते हैं लोग

हम आपको जापान के ऑकिगहरा (Aokigahara) नाम के जंगल के बारें में बता रहे हैं जहां लोगों को आत्महत्या न करने पर जोर दिया जाता है

ऑकिगहरा जंगल लगभग 35 स्क्वायर किमी के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. यह इतना घना है कि इसे ‘पेड़ों का समंदर’ भी कहा जाता है

कई लोग यहां हाईकिंग करने और साफ हवा लेने आते हैं. लेकिन सभी पर्यटकों के इरादे इतने नेक नहीं होते. 2013-2015 के बीच यहां 100 से ज्यादा आत्महत्याओं की खबर आई थी

सेन फ्रांसिस्को के गोल्डन गेट ब्रिज के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा आत्महत्या के मामले ऑकिगहरा जंगल में आए हैं. यही वजह है कि इस जंगल को ‘सुसाइड फॉरेस्ट’ कहते हैं

ऑकिगहरा का जिक्र 1960 की पॉपुलर शॉर्ट स्टोरी ‘Tower of Waves’ में भी है. कहानी प्रेमियों की एक जोड़ी पर केंद्रित है, जिन्हें समाज मिलने से रोकता है. अंत में मुख्य महिला पात्र जंगल में जाती है और अपनी जान ले लेती है

जापान में प्यार में जान देने वाली लोककथाएं पहले से ही काफी प्रचलित हैं. इन तरह की कहानियों ने उस सोच को और बल दिया है. लेकिन ऑकिगहरा जंगल में आत्महत्या करने की केवल ये एक वजह नहीं है

रहस्यमय जंगल में मायावी शक्तियों के होने का दावा भी किया जाता है. लोगों का मानना है कि जंगल में भूत निवास करते हैं, जो आने वाले लोगों को आत्महत्या करने पर मजबूर करते हैं

कहा जाता है कि ऑकिगहरा के घने जंगल में अगर कोई एक बार खो जाता है तो बाहर निकल पाना काफी ज्यादा मुश्किल होता है

यहां कंपस या फिर मोबाइल जैसे उपकरण भी काम नहीं करते. रास्ता मिलने से पहले कई लोग जंगली जानवरों के खाने का शिकार हो जाते हैं