भारत में बहुत सारे मंदिर हैं और हर मंदिर की आस्था से जुड़ी कहानियां हैं.
देश में कई ऐसे मंदिर भी हैं जहां पर पुरुषों के जाने पर प्रतिबंध है. यहां केवल महिलायें ही जा सकती हैं.
विशाखापट्टनम में स्थित कामख्या देवी मंदिर में केवल महिलायें ही पूजा कर सकती हैं. यहां मंदिर में पुजारी भी महिला हैं. इस मंदिर में पुरुषों के प्रवेश करने पर निषेध है.
कुमारी अम्मन मंदिर कन्याकुमारी में स्थित है. यहां माता पार्वती के कन्या रुप की पूजा की जाती है. इस मंदिर में पुरुष अंदिर नहीं जा सकते हैं.
ब्रह्मा मंदिर, राजस्थान इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि मां सरस्वती ने नाराज होकर ब्रह्म को श्राप दे दिया था . इस मंदिर शादीशुदा पुरुष नहीं जा सकते हैं.
केरल के आट्टुकाल भगवती मंदिर में पोंगल के दौरान 10 दिनों तक भगवती निवास करती हैं. इस दौरान मंदिर में पुरुष नहीं जा सकते हैं.
केरल का चक्कुलाथुकावु मंदिर माता दुर्गा को समर्पित है. हर साल दिसंबर के पहले शुक्रवार को माता की विशेष पूजा होती है. इस दौरान वहां पुरुष नहीं जा सकते हैं.
जोधपुर के माता संतोषी मंदिर में हर शुक्रवार को महिलायें उपवास रखकर पूजा करती हैं. पुरुष केवल मंदिर के द्वार से माता के दर्शन कर सकते हैं.
असम का कामख्या मंदिर शक्तिपीठों में से एक है. माता की महावारी के दौरान यहां केवल महिलायें ही पूजा कर सकती हैं. पुरुष मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं.
बिहार, मुजफ्फरपुर के राज राजेश्वरी मंदिर में महीने के 4 दिन देवी रजस्वला होती है. इस दौरान पुरुष पुजारी भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते हैं.