रेलवे सफर करने के पैसे तो यात्रियों से लेता ही है, लेकिन यात्री जो टिकट लेते हैं उसे कई बार वो कैंसिल भी करवा देते हैं. ऐसे में उन्हें एक निश्चित राशी का भुगतान भी करना पड़ता है
देश के कुल 17 जोन में से सिर्फ उत्तर पश्चिम रेलवे ही इस टिकट रद्दीकरण से इस साल 20 मार्च तक 111 करोड़ रुपए की कमाई कर चुका है.
ऐसा नहीं है कि आप यात्रा नहीं कर रहे हैं तो रेलवे वो सीट खाली रखता है, बल्कि जो सीट खाली होती है रेलवे हाथों हाथ उस सीट पर किसी दूसरे यात्री का रिजर्वेशन कंफर्म कर देता है.
इस हालात में रेलवे की एक सीट पर दो तरह से कमाई होती है, पहला यात्री से कैंसिलेशन चार्ज वसूलकर और दूसरा उस सीट पर किसी दूसरे यात्री का टिकट बुक करके
कई बार रेलवे भी किन्हीं कारणों से ट्रेन रद्द कर देता है, जिसकेे पैसे वो यात्रियों को 6 से 7 दिन में रिफंड कर देता है