रेबीज एक जानलेवा वायरस से होने वाली बीमारी है जो सिर्फ खून वाले जीवों को ही हो सकती है, इसमें इंसान भी शामिल हैं। आवारा कुत्ते ज्यादा खतरनाक होते हैं क्योंकि उनमें रेबीज का वायरस होने की संभावना ज्यादा होती है।
कुत्ते के काटने से रेबीज की बीमारी होती है जिसकी मृत्यु दर 100 फीसदी है। मगर कई अन्य जानवर भी हैं, जो शरीर में रेबीज का वायरस ले जा सकते हैं। किसी भी जानवर के संपर्क में आते समय सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
कुत्ता : ज्यादातर लोगों को पता होता है कि रेबीज कुत्तों के काटने से फैलता है, लेकिन कई और जानवर भी हैं जो रेबीज का वायरस ले जा सकते हैं और फैला सकते हैं। भारत में होने वाले रेबीज के लगभग 99% मामले कुत्तों के काटने से ही होते हैं।
बिल्ली : हालांकि रेबीज को आम तौर पर कुत्तों से जोड़ा जाता है, लेकिन बिल्ली भी इस वायरस को ले जाने वाली हो सकती हैं। अमेरिका में रेबीज से पीड़ित पाए जाने वाले पालतू जानवरों में बिल्ली दूसरे नंबर पर आती हैं।
बंदर : बन्दरों से इंसानों में रेबीज का फैलना बहुत कम होता है, लेकिन ये हो सकता है। साल 2018 में एक अध्ययन में भारत में पालतू बंदर से उसके मालिक को रेबीज फैलने का मामला सामने आया था।
रेकोन : ये देखने में भले ही प्यारे लगे ये भी रेबीज का वायरस ले जा सकते हैं। अमेरिका में रेबीज से पीड़ित जंगली जानवरों में रेकोन सबसे ज्यादा पाए जाते हैं।
घोड़ा : घोड़े भी रेबीज से ग्रसित हो सकते हैं और इसे इंसानों तक भी पहुंचा सकते हैं। घोड़ों में रेबीज के मामले भले ही कम होते हैं, लेकिन फिर भी हो सकते हैं।
खरगोश : यह थोड़ा चौंकाने वाला लग सकता है, लेकिन खरगोश भी रेबीज फैला सकते हैं। खरगोशों में रेबीज के मामले कम होते हैं, लेकिन हो सकते हैं। इनके अलावा गिलहरी, चमगादड़, हम्सटर, फेरेट आदि पशु भी रेबीज फैला सकते हैं।