इस पौधे को घर में लगाएं, दूर होंगी बीमारियां, ऐसे करें उपयोग

तमिल में एक कहावत है, ‘अगर आपके घर में बच्चे हैं, तो आपको घर पर इंडियन बोरेज जरूर उगाना चाहिए।’ इस कहावत में ही इस जड़ी-बूटी का महत्व छिपा हुआ है। आयुर्वेद की नजर से देखें तो यह सामान्य सी जड़ी-बूटी कई बीमारियों के लिए घरेलू दवा का काम करती है। 

इंडियन बोरेज को तमिल में करपूरावल्ली और हिंदी में पत्थर चूर कहते हैं। हरे, मोटे और रसभरे पत्तों वाली यह जड़ी-बूटी, गर्मियों में होने वाली एलर्जी, फ्लू, श्वांस संबंधी परेशानियों और सर्दी होने पर बहुत फायदेमंद है।

इसे बहुत आसानी से घर के किसी भी कोने या गमले में उगाया जा सकता है। इसके पौधे की किसी परिपक्व टहनी को कटिंग करके भी इसे विकसित किया जा सकता है। इंडियन बोरेज एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जो हाल के सालों में पूरी दुनिया में बहुत मशहूर हुई है।

आयुर्वेद में इसके उपयोग से संबंधित अनेक नुस्खे दिए गए हैं। इसकी पत्तियों से कई तरह की औषधियां बनती हैं। इसके रस से कई तरह के सिरप बनाए जाते हैं।

अगर बच्चों को बुखार आ रहा हो तो एक चम्मच इंडियन बोरेज की पत्तियों के जूस को पानी में मिलाकर पिला दें बुखार उतर जाएगा। अगर वयस्क को बुखार हो तो दो बड़े चम्मच बोरेज का जूस पीने से बुखार उतर जाता है। 

अगर छाती में बलगम जमा होने से परेशान हैं तो इंडियन बोरेज बहुत कारगर है। इसके लिए इसकी पत्तियों को पांच मिनट तक पानी में उबालना चाहिए, फिर उस काढ़े को हल्का गुनगुना रहते हुए पी लेना चाहिए। श्वांस नली में रुका हुआ बलगम बहुत तेजी से बाहर निकल जाता है। 

खांसी, ब्रोकाइटिस और नाक से संबंधित परेशानियों में भी यह जड़ी-बूटी रामबाण का काम करती है। अस्थमा और एलर्जी की यह सबसे कारगर घरेलू दवा है। 

अगर किसी कीड़े-मकोड़े ने काट लिया है तो इसकी पत्तियों से निकले रस को स्किन पर लगाना चाहिए, जिससे कीड़े-मकोड़े के काटने का सारा असर कुछ ही घंटों में दूर हो जाता है। खुजली में भी इसका रस बहुत कारगर है। इसका रस शरीर में लगे घाव और संक्रमण को आसानी से सही करता है। 

जिन महिलाओं को नवजात शिशु को दूध पिलाने में दिक्कत आ रही हो, उनके स्तनों में अच्छे से दूध न उतर रहा हो, उन महिलाओं को इंडियन बोरेज की पत्तियां खानी चाहिए या इसका जूस बनाकर पीने से दूध आसानी से उतरता है। 

इंडियन बोरेज को दवा के रूप में इस्तेमाल करने के पहले किसी वैद्य या हर्बल एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए, अन्यथा इससे कई किस्म की समस्याएं हो सकती हैं।