ममता बनर्जी के राज में संदेशखाली अकेला संवेदनशील नहीं

NCRB ने बीते दिनों ही कोलकाता को देश के सबसे सुरक्षित शहरों में रखा था

लेकिन इसी राज्य के कई जिले बहुत ज्यादा संवेदनशील हैंं जहां धड़ल्ले से एसिड अटैक मानवतस्करी और छेड़छाड़ के मामले होते हैं

संदेशखाली इन दिनों खूब सुर्खियों में बना हुआ है

ममता बनर्जी के राज में यह हालत है कि एक नहीं  कई 'संदेशखाली' जैसे क्षेत्र पैदा हो गए हैं, जहां महिलाओं की इज्‍जत तार-तार हो रही है

पश्चिम बंगाल में 23 में से 16 जिले ऐसे हैं जो हिंसा की आग में जल रहे हैं

संदेशखाली में महिलाओं की स्थिति बहुत ही दयनीय है

किसी महिला का पति तो है, लेकिन उस पति का अपनी पत्नी पर अधिकार नहीं है

किसी को अपनी पत्नी को छोड़ना पड़ा क्योंकि उसे टीएमसी के गुंडे उठाकर ले गए

महिलायें अपने ऊपर हुए अत्याचारों को चीखं-चींखकर बयां कर रही हैं

शाहजहां शेख और उसके समर्थक महिलाओं को जबरदस्ती घर से उठाकर ले जाते थे और सुबह घर में छोड़ देते थे

 किसी घर में कोई सुंदर महिला या लड़की दिखती है तो उसे पार्टी ऑफिस ले जाया जाता है, फिर उस महिला को कई रातों तक वहीं रखा जाता है

कुछ सालों पहले गांव कनेक्शन में हुए सर्वे में ये सामने आया कि यहां की महिलाएं खुद को देश की सबसे असुरक्षित महिलायें मानती हैं