जानिए पंखा चलाकर सोने से स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है 

गर्मियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में ज्यादातर लोग इस मौसम में पंखा चलाकर सोना शुरू कर देते हैं. मौसम में जब बदलाव होता है तो तबीयत खराब होने की चांसेस बहुत बढ़ जाते हैं

जानते हैं पंखा चलाकर सोने पर शरीर पर क्या अशर पड़ता है

सर्द मौसम जब गर्मी की तरफ करवट ले रहा होता है तो, तो वातावरण में भी बहुत से बदलाव आते हैं, जिसका असर सेहत पर भी पड़ता है.अगर अचानक पंखा चलाकर सोते हैं तो सर्दी जुकाम का कारण हो सकता है. हेल्थलाइन वेबसाइट के अनुसार पंखा चलाकर सोने से शरीर में कफ का ओवर प्रोडक्शन होने लगता है. साथ ही सिरदर्द गले में खरास और खर्राटा लेने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है

सर्दी जुकाम

हमारा शरीर बिना पंखे के रहने के लिए सैचुरेट हो चुका होता है. ऐसे में जब हम पंखा चलाकर सोना शुरू करते हैं तो आसपास का डस्ट हमारे वातावरण में बढ़ जाता है जिसकी वजह से एलर्जी, सर्दी, सांस लेने में तकलीफ और गले में खिच-खिच की समस्या हो सकती है

एलर्जी

पंखा चलाकर सोने से आंखें और त्वचा सूखने लगती है. त्वचा की नमी गायब होने लगती है. इससे बचने का सबसे सही तरीका है कि खुद को हाइड्रेटेड रखें और अपनी स्किन को भी मॉइस्चराइज करें

आंखे और स्किन में सूखापन

जब हम पंखा चलाकर सोते हैं तो ये हमारे आस पास के वातावरण को ठंडा कर देता है. इससे पसीना नहीं होता है ऐसे में बहुत से मिनिरल्स हमारे शरीर में ही रह जाते हैं जिसकी हमें जरूरत होती

पंखा चलाकर सोने के फायदे

पंखा से निकलने वाली आवाज हमारे नींद की क्वालिटी बढ़ा देती है. ये रिसर्च 40 बच्चों पर किया गया था, जिसमें पता चला कि पंखा चलाकर सोने से 80 परसेंट बच्चे सिर्फ 5 मिनट में गहरी नींद में सो जा रहे हैं

अच्छी नींद आती है

मौसम बदलते समय धीरे-धीरे खुद को पंखे की आदत डालें. इससे बॉडी पंखे के हवा के लिए आसानी से सैचुरेट हो जाएगा

पंखें चलाकर सोने से पहले जरूर जानें ये सुझाव

पहले दिन 1 घंटे फिर 2 घंटे और ऐसे ही धीरे-धीरे शरीर को पंखे के लिए सैचुरेट कर सकते हैं