भारत में इन लोगों की देन है कचौड़ी

कचौड़ी जितनी स्वाद होती है उतना ही पुराना इसका इतिहास है

कचौड़ी के प्रति भारतीयों का प्रेम अब विदेशों तक जा पहुंचा है

आज हम आपको बतायेंगे कहानी कचौड़ी की

मारवाड़ियों की देन है कचौड़ी 

कचौड़ी को ईजाद करने का श्रेय मारवाड़ियो को जाता है

व्यापार के लिए इधर-उधर जाने वाले लोगों ने कचौड़ी बनाना शुरु किया

जब मारवाड़ी दूर-दराज के इलाकों की यात्रा करते थे, तो वे अक्सर स्थानीय लोगों के साथ भोजन के प्रति अपने प्यार बांटते थे

इस तरह उनके आविष्कारों में से एक कचौड़ी को अब पूरा देश जानता है 

रेगिस्तान में कचौड़ी में मसाले होते हैं जिन्हें आमतौर पर 'ठंडा मसाला' के रूप में जाना जाता है