भारत में पहली बार कुकर का अविष्कार कैसे हुआ 

'बस 2 मिनट इंतजार करों, कुकर में सब कुछ डाल दिया है और 10 मिनट में खिचड़ी बनकर तैयार हो जाएगी', दूसरा-'अरे, बस 2 सीटी में चावल बन जाएगा'

सालों से खाना पकाने के लिए कुकर का इस्तेमाल होता आ रहा है

बाजार में अब तरह-तरह के डिजाइन वाले कुकर उपलब्ध हैं लेकिन क्या आप जानते हैं पहला कुकर किसने बनाया था और भारत में कुकर का निर्माण कब हुआ 

फ्रांस में जन्मे डेनिश पापिन को कुकर का अविष्कारक माना जाता है

उस जमाने में नॉनवेज खाना बनाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. ऐसे में पापिन ने इस बर्तन को ‘स्टीम डायजेस्टर’ कहकर इसे प्रदर्शित किया

स्टीम डायजेस्टर में बदलाव करीब 250 साल बाद 1915 में तब देखने में आया, जब इसमें भट्ठी की जरूरत नहीं रही और इसे ‘प्रेशर कुकर’ का नाम मिल गया

भारत में आजादी के 12 साल बाद आया कुकर

1959 वह साल था जब भारत में पहली बार मॉडर्न प्रेशर कुकर का आगमन हुआ था. हॉकिंस और टीटी प्राइवेट लिमिटेड (बाद में इसका नाम टीटीके प्रेस्टीज लिमिटेड हो गया) कंपनियां देश में प्रेशर कुकर बेचने लगीं