भारत में कैसे पहुंची भिंडी, जानिए इसके इतिहास के बारें में

भिंडी पाकिस्तान की राष्ट्रीय सब्जी है जिसे भारत में भी बहुत शौक से खाया जाता है

लोग भरवा भिंडी, भिंडी मसाला, भिंडी की भुजिया भिंडी की सब्जी को  बहुत शौक से खाते हैं.

लेकिन क्या आप जानते हैं भिंडी भारत में कैसे पहुंची.

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भिंडी की उत्पत्ति पूर्वी अफ्रीका में हुई थी. रूसी वनस्पतिशास्‍त्री निकोलाई वाविलोव ने 1926 में प्रकाशित एक पेपर में कई पौधों की उत्‍पत्ति के बारे में लिखा था

एबिसिनिया को भिंडी की उत्पत्ति का इलाका माना जाता है. इसमें सूडान का कुछ इलाका, इरिट्रिया पठार और इथियोपिया शामिल हैं. यही वह क्षेत्र है, जहां भिंडी पहली बार दिखाई दी थी

भिंडी की इरिट्रिया से भारत तक पहुंचने का सफरनामा तय कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण है. माना जाता है कि भारत आने से पहले यह बहुत लंबे समय तक मिस्र में उगाई गई थी

भिंडी की इरिट्रिया से भारत तक पहुंचने का सफरनामा तय कर पाना काफी चुनौतीपूर्ण है. माना जाता है कि भारत आने से पहले यह बहुत लंबे समय तक मिस्र में उगाई गई थी

भारत में भिंडी को बंटू जनजाति लाई थी, जो करीब 2000 ईसा पूर्व मिस्र से यहां आई थी. उन्होंने इरीट्रिया के पठार से भारत और चीन की घाटियों तक की यात्रा के दौरान बीजों का इस्‍तेमाल करके भिंडी उगाना शुरू किया

दुनिया को किसने दी मसाला भिंडी की रेसिपी

पश्चिमी चालुक्य राजवंश के भूलोकमाला सोमेश्‍वर तृतीय ने ‘भंडी’ का जिक्र किया था, जो कुछ कुछ भेंडी या भिंडी जैसा ही शब्‍द है. भिंडी मसाला की पहली रेसिपी सोमेश्‍वर ने मनसोल्लासा में प्रकाशित की थी

आयुर्वेदाचार्य चरक ने भी भंडी या भंती का जिक्र किया है. उनके बताय भंडी का आकार, रंग भिंडी से मिलता जुलता ही है. लिहाजा, इस धारणा को मजबूती मिलती है कि बैंटस इसे अपने साथ भारत लाए थे