यहां जलती चिताओं पर लगती है तवायफों की महफिल
शमशान घाट पर हर इंसान अपने प्रियजन के जाने के गम में डूबा रहता है.
अगर वहां कोई थिरकने लगे तो ये नजारा अपने आप में ही बहुत अजीब होगा.
मोक्ष की धरती कही जाने वाली काशी में अजीबोगरीब परंपरा है.
काशी के मणिकर्णिका घाट में जलती चिताओं के सामने तवायफों की महफिल सजती है.
ये परंपरा 378 सालों से भी पुरानी है. यहां जलती चिताओं के बीच तवायफें डांस करती हैं.
तवायफों की यह महफिल महाश्मशान बाबा की तपस्या के लिए होती है.
कहते हैं ऐसा करने से उन्हें अगले जन्म इज्जत की जिदंगी मिलती है.
यह कार्यक्रम चैत्र नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर मणिकर्णिका घाट पर होता है.
इस दिन नगरवधुएं, किन्नर और तवायफें नृत्य करती हैं.