पब्लिक टॉयलेट यूज करते समय न करें ये गलतियां, सेहत पर पड़ेंगी भारी

अक्सर ऑफिस, मॉल या वेकेशन के दौरान महिलाएं फ्रेश होने के लिए पब्लिक टॉयलेट्स का यूज करती हैं। लेकिन कई बार ऐसा करते समय अनजाने में की गई कुछ गलतियां उन्हें कई गंभीर इंफेक्शंस का शिकार बना देती हैं। 

पब्लिक टॉयलेट्स की सीट पर नजर ना आने वाले कई तरह के कीटाणु और बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जिनके संपर्क में आने से महिलाओं को सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जाने ऐसी गलतियों के बारे में, जिन्हें महिलाओं को पब्लिक टॉयलेट्स यूज करते समय बचना चाहिए।

इंडियन सीट: अगर आप किसी ऐसे वॉशरूम में हैं जहां इंडियन और वेस्टर्न दोनों सीट उपलब्ध हैं,तो कोशिश करें कि इंडियन वॉशरूम का ही इस्तेमाल करें। इससे वेजाइनल इंफेक्शन्स का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।

सैनेटाइजर :  मार्केट में कई तरह के टॉयलेट सीट सैनेटाइजर मौजूद हैं। आप इन्हें अपने पर्स में कैरी कर सकती हैं। पब्लिक टॉयलट का इस्तेमाल करने से पहले, इसे सीट पर स्प्रे करें। इससे कई तरह के बैक्टीरिया का खात्मा हो सकता है।

हाथों से न छुए दरवाजे : पब्लिक टॉयलेट यूज करते समय टॉयलेट लिड,दरवाजे,फर्श और टॉयलेट पेपर को टच करने से बचे। ऐसे में डिस्पोजल ग्लव्स का यूज करें। अगर ग्लव्स नहीं है तो आप सिंपल टिशू पेपर का इस्तेमाल करें। फ्लश को प्रेस करने के लिए, टिश्यू का इस्तेमाल करें।

हैंड वॉश : पब्लिक टॉयलेट यूज करने के बाद अपने हाथों को हैंडवॉश से अच्छी तरह धोएं। अगर पब्लिक वॉशरूम में हाथ धोने के लिए, गर्म और ठंडे दोनों पानी के ऑप्शन्स हैं, तो गर्म पानी का उपयोग करें। जिससे हाथ में मौजूद बैक्टीरिया मर सकें।

फोन न करें यूज : पब्लिक टॉयलेट में बैक्टीरिया होते हैं। ऐसे में टॉयलेट के अंदर बैग और फोन ले जाने से बचना चाहिए। लोग वॉशरूम यूज करते समय अपना बैग वॉशरूम के फ्लोर पर रख देते हैं जो गलत है। बेहतर यही होगा कि आप अपने सामान को बाहर की रखकर या किसी को पकड़ा कर जाएं।

साबुन का यूज :  हाथ धोने के लिए पब्लिक टॉयलेट में रखे साबुन का इस्तेमाल करने से बचें। पब्लिक टॉयलेट यूज करने वाले लोगों के बारे में आप कुछ नहीं जानती हैं, ऐसे में ठीक रहेगा अगर आप हाथ धोने के लिए साबुन की जगह पेपर सोप या हैंड वॉश का यूज करें।

स्क्वाट करने से बचें : पब्लिक टॉयलेट के गंदे होने पर महिलाएं उसे यूज करते समय स्क्वाट करने की कोशिश करती हैं। लेकिन महिलाओं के ऐसा करने से उनके पेल्विक फ्लोर को नुकसान पहुंचा सकता है। महिलाओं की ये गलत आदत उनके पेल्विक प्लोर को कमजोर बना सकती है।