200 साल पहले ही भारत में हुआ था गोभी का प्रवेश, लोगों ने भारी भरकम फूल समझकर कर दिया था रिजेक्ट
गोभी को हमारे देश में लोग खूब चाव से खाते हैं
मसाला गोभी, आलू-गोभी-मटर की सब्जी तो स्वाद में लाजवाब है
फूलगोभी बहुत गुणकारी सब्जी है, जो एंटिऑक्सीडेंट से भरपूर होती है
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुछ साल पहले भारत में गोभी का प्रवेश हुआ
भारी-भरकम फूल मानकर लोगों ने किया था रिजेक्ट
जब गोभी इस दुनिया में आई तो लोगों ने इसे अजीबो-गरीब भारी फूल मानते हुए रिजेक्ट कर दिया
जब उनके जानवर बेहद रुचि से इससे संतुष्ट नजर आए तो लोगों ने भी इसका स्वाद चखा और वनों से निकालकर इसकी खेती शुरू कर दी
फूलगोभी भारत मूल की नहीं है, लेकिन इसके विदेशी रूट एक से ज्यादा माने जाते हैं
जंगली गोभी सबसे पहले इंग्लैंड के समुद्री तटों के पास चट्टानों पर उगी, फिर ये उत्तर-पश्चिम फ्रांस में अपने आप उगती दिखाई दी
वनस्पति विज्ञान से जुड़ी कुछ वेबसाइट भी मानती हैं कि इसका उत्त्पति स्थल साइप्रस व इटली का भूमध्यसागरीय क्षेत्र है और यह इलाका काफी लंबा-चौड़ा है
200 साल पहले भारत में आयी गोभी
भारत में फूलगोभी का प्रवेश मात्र 200 वर्ष पुराना है। गुलामी के दौर में वर्ष 1822 में लंदन के क्यू गार्डन के वनस्पतिशास्त्री डॉ. जेमिसन भारत आए
वे अपने साथ गोभी के कई बीज आदि लेकर आए थे। जब सर्दियों में उन्हें भारत का मौसम इंग्लैंड जैसा लगा तो उन्हें गोभी की खेती की और वह सफल हुए
धीरे-धीरे गोभी पूरे भारत की पसंदीदा सब्जी बन गई