सेक्स के दौरान प्राइवेट पार्ट से क्यों आती है स्मेल, कैसे पाएं छुटकारा? डॉक्टर से जानें टिप्स 

महिलाओं के शरीर का सबसे नाजुक अंग वजाइना होता है, इसलिए इसकी केयर करना बहुत ही जरूरी है। लेकिन बहुत सी ऐसी महिलाएं होती हैं, जो इस पार्ट की सफाई पर ध्यान नहीं देती हैं। इसका रिजल्ट होता है कि इसमें काफी दुर्गंध आने लगती है। इस वजह से ओरल सेक्स करने में काफी परेशानी हो सकती है। 

वजाइना की सफाई सिर्फ सेक्स की वजह से नहीं, बल्कि कई बीमारियों से बचाव के लिए भी करना जरूरी है। इसे सही तरीके से साफ ना करने से इंफेक्शन के अलावा कैंसर की संभावना भी बढ़ सकती है।  इसके लिए स्त्रीरोग विशेषज्ञा दे रही हैं टिप्स, जिन्हे आजमाकर इस स्मेल से बचा जा सकता है। 

सूती अंडरवियर : सूती अंडरवियर हर मौसम के लिए अच्छा विकल्प होता है। इससे फ्रेशनेस बनी रहती है, जो वजाइनल स्मैल को बदबू में बदलने से रोकने के लिए जरूरी होता है।

टाइट-फिटिंग कपड़े ना पहनें : टाइट कपड़े पहनने से पसीना ज्यादा आता है और वेजाइना में इरिटेशन भी होती है। फ्रिक्शन की वजह से वजाइना को नुकसान पहुंच सकता है और टाइट कपड़ों में पसीना लॉक हो जाता है। स्किन को सांस लेने की जगह नहीं मिलती और इसकी वजह से ही परेशानी बढ़ती है। यह कई तरह के बैक्टीरिया का कारण भी बन सकता है। 

हाइड्रेटेड रहें : वजाइनल हेल्थ के लिए भरपूर पानी लेना और सही तरह की डाइट लेना बहुत जरूरी है। कई बार हमारी डाइट कुछ ऐसी होती है जिसकी वजह से इंटिमेट एरिया में बदबू आने लगती है। ज्यादा नमक और मसालों से दूर रहना सेहत के लिए अच्छा होगा।  

भरपूर पानी पीने से योनि का समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिलती है। साथ ही पानी योनि के पीएच को संतुलित करने में भी योगदान करता है, जिससे दुर्गंध और इंफेक्शन का जोखिम कम होता है।

वॉश करें वजाइना : वेजाइनल स्मेल को कम करने के लिए क्लीनर यूज करना सही नहीं होगा। वजाइनल स्मेल ज्यादा भी आएगी और उसके कारण परेशानी भी बढ़ेगी। वजाइनल क्लीनर्स ब्लीच और अन्य तरह की खुशबू के साथ आते हैं। इससे इंटिमेट एरिया का PH लेवल कम और ज्यादा हो सकता है। इसलिए वजाइनल क्लीनर्स से दूरी ज्यादा अच्छी होती है।  

वेजाइना सेल्फ क्लीनिंग होती है इसलिए उसके अंदर से सफाई करने की जरूरत नहीं होती। हां, पसीना आदि साफ करने के लिए आप पानी से बाहरी एरिया जैसे लीबिया को धो सकती हैं। इसके अलावा, किसी तरह का साबुन या खुशबूदार क्लीनर लगाने की जरूरत नहीं होती है।  

वजाइना को करें वाइप : महिलाओं के जेनिटल्स को ओपन जेनिटल कहा जाता है और इनमें इन्फेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में यूरिन पास करने के बाद अगर सॉफ्ट टिशू से वेजाइना को थोड़ा सा वाइप कर दिया जाए, तो यह साफ और सूखी रहेगी। इससे ज्यादा गीलापन नहीं रहेगा और ज्यादा बदबू पैदा करने वाला बैक्टीरिया भी नहीं आएगा।  

सेफ सेक्स करें : असुरक्षित सेक्सुअल एक्टिविटी या मल्टीपल सेक्स पार्टनर के होने से वजाइनल हाइजीन बिगड़ता है। ऐसे में हमेशा सेफ सेक्स की आदतों का पालन करें। इससे वजाइनल स्मैल भी कंट्रोल रहेगा।

पीरियड्स के दौरान हाइजीन : बैक्टीरिया के विकास और गंध को रोकने के लिए पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखें। ऐसे में हर 6 घंटे में पैड्स बदलें। यदि ब्लीडिंग हैवी होती है, तो हर 3 घंटे में पैड्स को बदलना जरूरी होता है। वरना प्राइवेट पार्ट से आने वाली बदबू बहुत भयंकर हो जाती है।

पीरियड्स के दौरान हाइजीन : बैक्टीरिया के विकास और गंध को रोकने के लिए पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखें। ऐसे में हर 6 घंटे में पैड्स बदलें। यदि ब्लीडिंग हैवी होती है, तो हर 3 घंटे में पैड्स को बदलना जरूरी होता है। वरना प्राइवेट पार्ट से आने वाली बदबू बहुत भयंकर हो जाती है।