शनि कमजोर होने पर करना पड़ता इन भयानक स्थितियों का सामना, जानें कैसे कम सकते हैं प्रभाव

अगर किसी व्यक्ति से शनि देव प्रसन्न रहते हैं तो उसपर धन, सफलता और संपन्नता की बारिश कर देते हैं। वहीं अगर किसी व्यक्ति का शनि कमजोर हो तो उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

 यदि कुंडली में शनि कमजोर हो तो शनि दोष उत्पन्न होता है जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में कई परेशानियां आने लगती हैं। शनि दोष होने पर कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं, उन संकेतों को जानकर आप शनि दोष से छुटकारा पा सकते हैं।

लक्षण : यदि कुंडली में शनि दोष हो तो व्यक्ति का धन और संपत्ति धीरे-धीरे अनावश्यक कार्यों में खर्च होने लगती है। इसी वजह से नौकरी में परेशानियां और घर में वाद-विवाद की स्थिति बनती है और व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते हैं। उसे अपनी मेहनत का फल नहीं मिलता, इसके अलावा कोर्ट केस भी बनते हैं।

शराब, जुआ और अन्य बुरी आदतें भी शनि दोष का कारण बनती हैं। बनते काम में रुकावट आना, कर्ज का बोझ होना, घर में आग लग जाना, घर का बिक जाना या उसका कोई हिस्सा टूट जाना आदि भी शनि दोष के लक्षण माने जाते हैं।

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष हो तो व्यक्ति के बाल समय से पहले झड़ने लगते हैं, आंखें खराब होने लगती हैं और कानों में दर्द रहता है।  शारीरिक कमजोरी, पेट दर्द, टीबी, कैंसर, त्वचा रोग, फ्रैक्चर, लकवा, सर्दी, अस्थमा आदि रोग का भी व्यक्ति शिकार बन जाता है।

उपाय : शनि साढ़ेसाती, ढैय्या जैसे शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शनिवार के दिन काले तिल, काला कपड़ा, काली उड़द दाल, तेल, जूता-चप्पल, गुड़ और काले रंग के का दान करें।  किसी गरीब जरूरतमंद को इन चीजों का दान करने से शनि दोष ठीक होता है।

शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके अलावा शनिवार के दिन शनि देव के बजरंबली की पूजा भी जरूर करें। 

शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ की पूजा करें। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के बाद तेल का दीया जलाएं। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे सभी दोष से मुक्ति मिलती है।

साढ़ेसाती का प्रभाव कम करने लिए शनिवार के दिन शनि देव के मंत्रों का जरूर करें।  साथ ही शनि चालीसा का पाठ  करने से भी ढैय्या, साढ़ेसाती का प्रभाव कम होता है।