रामलला के जन्मोत्सव पर बनाएं धनिये पंजीरी का प्रसाद, नोट करें विधि

रामनवमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था. इस दिन धनिया की पंजीरी बनाना शुभ माना जाता है और रामलला  को भोग लगाया जाता है. रामनवमी में लोग व्रत करते हैं उसके बाद प्रसाद के रूप में धनिया पंजीरी का ग्रहण करना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. 

धनिया में कई औषधीय गुण होते हैं. यह अधिक उर्जा प्रदान करता है. इसका सेवन उपवास के दौरान ऊर्जा की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है. धनिया पंजीरी आपके पाचन तंत्र को अच्छा रखता है. यह सभी पंजीरियों में सबसे ज्यादा शुद्ध और सात्विक माना जाता है.

राम जन्मोत्सव के अवसर पर सूखे या खड़े धनिया को पीस कर धनिया पंजीरी का प्रसाद भी बनाया जाता है और रामभक्तों में बांटा जाता है। तो आइए यहां जानते हैं श्री राम जयंती के अवसर पर बनाई जाने वाली धनिया पंजीरी की आसान रेसिपी के बारे में-

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, इस भोग को बनाने से पहले आपको साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा. पहले अच्छे से चूल्हे की साफ-सफाई कर लें और भोग को स्नान करने के बाद ही तैयार करें.

धनिया पंजीरी की सामग्री 100 ग्राम साबुत खड़ा धनिया, 100 ग्राम पिसी शकर, छोटी पाव कटोरी कटे हुए मखाने, 25 ग्राम सूखे खोपरे के टुकड़े, काजू और बादाम की कतरन, 2-3 इलायची पिसी हुई, थोड़ी सी किशमिश, 4-5 केसर के लच्छे, घी अंदाज से।

विधि : सबसे पहले एक कढ़ाई में छोटा आधा चम्मच घी गर्म करें। अब धनिया डालकर धीमी आंच पर भूनें। जब धनिए से खुशबू आने लगे तब आंच से उतारकर ठंडा कर लें। अब सभी मेवे भूनकर अलग रखें। 

धनिया ठंडा होने पर मिक्सी में बारीक बीस लें। अब इसमें पिसी शकर, तले मेवे और पिसी इलायची डालकर अच्छी तरह मिलाएं। केसर से सजाएं। लीजिए तैयार है शाही धनिया पंजीरी। अब इस प्रसाद से श्री राम जी को भोग लगाएं और रामभक्तों में प्रसाद स्वरूप वितरित करें।