दुनिया में हर जन्म से ही कुछ रिश्तों को साथ लाते हैं। भाई और बहन का रिश्ता भी कुछ ऐसा ही है। मुश्किल की घड़ी में जब मदद की बात आती है तो ये रिश्ता ही सबसे पहले याद आता है।
कई बार छोटी-छोटी बातें इस मजबूत रिश्ते में दरार पैदा कर जाती हैं। ऐसे में बातों को दिल पर लगाने के बजाय सबकुछ नए सिरे से शुरू किया जा सकता है।
आपका अपने भाई या बहन से रिश्ता बिगड़ता जा रहा है और उसे पटरी पर लाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखना शुरू कर दें।
एक दूसरे के लिए समय निकालें व्यस्त जीवनशैली के बावजूद, एक दूसरे के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है। आप फोन पर बातचीत कर सकते हैं, मिल सकते हैं, या एक साथ कुछ गतिविधियां कर सकते हैं।
संवाद स्थापित करें एक दूसरे से खुलकर बात करें और अपनी भावनाओं को व्यक्त करें। गलतफहमियों को दूर करने के लिए बातचीत महत्वपूर्ण है।
सम्मान दिखाएं एक दूसरे का सम्मान करें और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करें। मतभेदों के बावजूद, एक दूसरे के प्रति सहानुभूति रखें।
माफ करने में संकोच न करें यदि आप गलती करते हैं, तो माफी मांगने में संकोच न करें। गलतियों को क्षमा करना और आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है।
एक दूसरे की मदद करें जब भी ज़रूरत हो, एक दूसरे की मदद करें। मुश्किल समय में एक दूसरे का सहारा बनें।
एक दूसरे की खुशियों में शामिल हों एक दूसरे की सफलताओं और खुशियों में शामिल हों। एक दूसरे के सहयोगी बनें और प्रेरणा लें।
पुराने दिनों को याद करें बचपन की यादों को याद करें और एक साथ हंसी-मज़ाक करें। पुरानी यादें रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद करती हैं।