बीते कुछ समय से उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले कुछ दिनों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की आशंका के मद्देनजर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश के किसानों को गेहूं और अन्य रबी फसलों की कटाई स्थगित करने की सलाह दी।
आईएमडी ने किसानों को कुछ राज्यों में सरसों और चना जैसी फसलों की जल्द से जल्द कटाई करने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर संग्रहीत करने की सलाह दी है। किसानों को गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है। आईएमडी ने किसानों को पंजाब, हरियाणा और पश्चिम मध्य प्रदेश में फसलों की कटाई स्थगित करने को कहा है। यदि पहले ही कटाई हो चुकी है, तो नुकसान से बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर स्टोर करें। किसानों को गिरने से बचाने के लिए गेहूं की फसल की सिंचाई नहीं करने को भी कहा गया है।
राजस्थान के किसानों को सलाह दी गई है कि वे परिपक्व सरसों और चना की जल्द से जल्द कटाई कर सुरक्षित स्थान पर भण्डारण कर लें। इसी तरह, पूर्वी मध्य प्रदेश के किसानों को सरसों, चना और गेहूं की तुरंत कटाई कर सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा गया है। महाराष्ट्र में किसानों को तुरंत गेहूं, दाल और अंगूर की कटाई करने को कहा गया है। मराठवाड़ा में फसलों की कटाई स्थगित करें।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के गेहूं प्रजनक राजबीर यादव ने कहा कि मौजूदा बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाएं खड़ी गेहूं की फसल के लिए अच्छी नहीं हैं और इससे इसकी पैदावार प्रभावित हो सकती है। गेहूं मुख्य रबी (सर्दियों) की फसल है और देश के कुछ हिस्सों में इसकी कटाई शुरू हो चुकी है। सरकार ने 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के लिए रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन 11.22 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया है।