रोहतक। रोहतक में सूदखोरों द्वारा लोगों को परेशान करने का आतंक बढ़ता जा रहा है। आज इसी के चलते शहर के किला मोहल्ला की डेयरी वाली गली में आज सुबह करीब 11 बजे एक 43 वर्षीय व्यक्ति ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम रामप्रसाद बताया जा रहा है। सबसे पहले मृतक की पत्नी ने सीढ़ियों के पास उसे फंदे से लटके हुए देखा तो कोहराम मच गया। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
सूचना मिलने के बाद पुरानी सब्जी मंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई में भेज दिया। बताया जा रहा है कि मृतक रामप्रसाद पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहता था। वह पहले कपडे का काम करता था लेकिन पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा था। जिसकी वजह से वह काफी समय से घर पर था और इस समय बेरोजगार था। इसी वजह से उस पर काफी कर्ज चढ़ गया था। सूत्रों के अनुसार उसने फाइनेंस वालों से भी काफी पैसा ले रखा था। इस वजह से फाइनेंसर उसे काफी परेशान कर रहे थे। कहा जा रहा है कि इसी वजह से तंग आकर उस ने सुसाइड किया है।
पुलिस जांच अधिकारी अशोक कुमार ने कहा, सूचना मिली थी कि किले मोहल्ले में एक किराये पर रह रहे व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर जाँच कर रही है। पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। सूत्रों के मुताबिक, मृतक ने लोगों से ढेरों उधार ले रखा था, वह उधार चुकाने में असमर्थ था इसी वजह से उसने सुसाइड किया है। पुलिस खोज बीन में जुटी है। हालांकि अभी पुलिस ने सुसाइड नोट पर क्या लिखा है, यह बताने और सुसाइड नोट दिखाने से मना कर दिया।
आपको बता दें शहर में सूदखोरी का मकड़जाल इतना बढ़ गया है कि उसमें शायद ही कोई छोटा दुकानदार फंसने ने बच पाया हो, जो इसमें फंस गया उससे बाहर को निकलना आसान नहीं है। सूदखोरी की दहशत में कुछ लोग घरबार छोड़कर लापता हो गए तो कुछ ने अपनी जान दे दी। लेकिन इस अवैध धंधे को रोकने में प्रशासन कब जागेगा, इसका पता नहीं। सूदखोरों के उत्पात से रोहतक के काफी लोग परेशान हैं।