हिसार। ससुरालवालों से दुखी एक माँ ने पहले अपनी तीन साल की मासूम का गला दबाकर हत्या कर दी और फिर खुद फांसी पर झूल गई। मृतका की पहचान कविता और बेटी जिया के रूप में हुई है। पुलिस को मृतका के पेट पर सुसाइड नोट चिपका मिला। इसमें कविता ने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मंगलवार को महिला का संस्कार कर दिया गया, जबकि बच्ची को दफना दिया गया। मामला हिसार के गांव कुलेरी का है।

सूचना मिलने पर अग्रोहा पुलिस थाना प्रभारी प्रताप सिंह और फारेंसिक एक्सपर्ट डा. अजय चौधरी मौके पर पहुंचे। कविता के चाचा दलीप सिंह ने बताया कि शायद कविता को आशंका थी कि सुसाइड नोट कहीं रख दिया तो घर वाले उसे फाड़ देंगे। इसलिए उसने इसे पेट पर चिपका रखा था। फतेहाबाद के धोलू निवासी दलीप सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसके भाई धर्मपाल की बड़ी बेटी कविता की शादी 2016 में कुलेरी के विजेंद्र के साथ हुई। शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल वालों ने दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया था।
पुलिस ने इस मामले में मृतका के चाचा दलीप के बयान पर पति विजेंद्र, ससुर मेहताब, देवर रविंद्र, ननद सुमेसता, ननद की लड़की के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। वहीं मृतका के खिलाफ भी बच्ची की हत्या का मामला दर्ज किया गया है। मृतका का पति विजेंद्र अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में नौकरी करता है। दलीप सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह उसके पास फोन आया कि भतीजी कविता ने पहले तीन वर्षीय बेटी को मारा और फिर फंदे से झूल गई। हादसा मंगलवार सुबह करीब 9 बजे हुआ लेकिन शव का पोस्टमार्टम करने में रात के नौ बज गए। आखिर में 10 बजे रात को गांव में अंतिम संस्कार किया गया।
कविता ने फंदा गलाने से पहले पेट पर प्लास्टर से सुसाइड नोट चिपकाया था। इस सुसाइड नोट पर लिखा था कि उसे उसका देवर रविंद्र, ननद सुमेसता, ननद की लड़की तंग करती है। इससे वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। उसकी मौत के लिए देवर, ननद व ननद की लड़की जिम्मेदार है। महिला ने कागज पर टुकड़े पर अपनी मौत का कारण यही लिखा है। सुसाइड नोट को पुलिस ने बरामद कर लिया है। मृतका कविता अपनी बेटी जिया से बेहद प्यार करती थी। अपनी मौत के बाद उसे अपनी बेटी के जीवन यापन की चिंता सता रही थी। इसलिए जब सुसाइड करने की सोची तो पहले जिया की हत्या करने की ठानी। परिजनों के अनुसार, कविता अपनी बेटी जिया को कभी भी अपने से अलग नहीं होने देती थी।