पानीपत। भारत के ‘गोल्डन ब्वॉय’ नीरज चोपड़ा का चमत्कारिक प्रदर्शन एशियन गेम 2023 में जारी रहा और उन्होंने बुधवार शाम एक बार फिर इतिहास रचते हुए देश के 140 करोड़ जनता को वो खुशी दे दी, जिसका इंतजार वो सुबह से बेसब्री के साथ कर रहे थे। एशियन गेम्स 2023 में भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत ने गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता। गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल और किशोर कुमार जेना ने सिल्वर मेडल हासिल किया। जैवलीन थ्रो में गोल्ड जीतने के बाद नीरज चोपड़ा के एक ख़ास अंदाज का एक और वीडियो वायरल हो रहा है, भारतीयों के दिल को जीत लिया।
इस अंदाज में किया तिरंगे का सम्मान
दरअसल गोल्ड पर कब्जा जमाने के बाद जब नीरज चोपड़ा दर्शकों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे तभी दर्शकों में से किसी ने उन्हें तिंरंगा फेंका। तिरंगा जमीन पर गिर रहा था तभी नीरज ने शानदार कैच कर उसे अपने हाथों में ले लिया। वे खुद लड़खड़ा गए लेकिन उन्होंने तिरंगे को गिरने नहीं दिया। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया पर यूज़र्स कमेंट कर नीरज चोपड़ा को धन्यवाद कह रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
https://twitter.com/sagarcasm/status/1709597145177723006
वायरल हो रहे इस वीडियो को @sagarcasm नाम के ट्विटर यूज़र ने शेयर किया है. इस वीडियो को 67 हज़ार लोगों ने देखा है वहीं वायरल हो रहे इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स देखने को मिल रहे हैं। नीरज चोपड़ा ने पहले गोल्ड मेडल जीता और फिर तिरंगे का इस तरह सम्मान कर सभी का दिल जीत लिया। एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ये कुछ अलग ही है. एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ये हमारा गोल्डन बॉय है।
चीनी अंपायरों की नापाक हरकत
नीरज चोपड़ा ने बड़े ही शानदार अंदाज से देशवासियों की इच्छा को पूरा किया लेकिन यहां भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आया लेकिन वो अपनी नापाक हरकत में कामयाब नहीं हो पाया। दरअसल नीरज ने अपने खेल के दौरान जब पहला थ्रो फेंका तो चीनी अंपायरों ने उसे फाउल करार दे दिया। नीरज के मुताबिक उनका पहला थ्रो लगभग 90 मीटर का था लेकिन अंपायरों ने उसे काउंट नहीं किया। जिसकी वजह से नीरज की काफी देर तक अंपायरों से बहस भी हुई और उसके बाद अंपायरों ने कहा कि दूरी नापने वाली मशीन में दिक्कत आ गई है, जिसकी वजह से उस थ्रो को उन्होंने फाउल दे दिया।
90 मीटर को 85 मीटर कर रहे थे काउंट
हालांकि काफी देर की बहस के बाद नीरज चोपड़ा ने फिर से प्रयास किया और 88.88 मीटर दूर भाला फेंक कर सोना जीता और इसी के साथ ही चीनी अंपायरों को सबक भी सिखा दिया। अपनी इस स्वर्णिम जीत के बाद उन्होंने आज तक न्यूज चैनल से बात करते हुए अंपायरों से बहस वाली बात की सच्चाई बताई। हरियाणवी वीर ने कहा कि ‘मैं अपना पहला थ्रो करने के बाद थोड़ा सा परेशान हो गया था इसलिए मैंने अंपायरों से बात की लेकिन वो सुनने को तैयार ही नहीं थे। मुझे लगा कि वो थ्रो लगभग 90 मीटर का था लेकिन वो उसे 85 मीटर काउंट कर रहे थे। वो सब बहुत बकवास था और लंबी बहस के बाद उन्होंने कहा कि दूरी नापने वाली मशीन में प्रॉब्लम है और उसके बाद उन्होंने मुझे दोबारा से थ्रो करने को कहा, जिसके बाद मैंने अपना थ्रो किया और मैं खुश हूं कि मैं गोल्ड डिफेंड कर पाया।’
सोशल मीडिया पर भी चीन को लताड़
आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा के साथ हुई चीनी अंपायरों की इस हरकत पर सोशल मीडिया पर भी रिएक्शन आए हैं। लोगों ने जमकर चीनी अंपायरों की आलोचना की है और उन पर पक्षपात और इंडियन प्लेयर्स को परेशान करने का आरोप लगाया है। फिलहाल भारतीय खिलाड़ियों ने चीनी अंपायरों की बेईमानी को अपने खेल से करारा जवाब दिया है क्योंकि एशिया गेम पहली बार पहली और दूसरी पोजिशन पर भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत ही है। जी हां जेवलिन थ्रो में जहां नीरज चोपड़ा ने सोना जीता वहीं भारतीय वीर किशोर जेना ने रजत पदक अपने नाम किया। किशोर जेना ने 87.54 मीटर दूर भाला फेंक कर रजत पदक जीता।