रोहतक। हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यमुना नदी में बरसात का अतिरिक्त पानी राजस्थान को देने को लेकर कांग्रेस ने सदन में फिर हंगामा किया। कांग्रेसी विधायकों ने खड़े होकर इस फैसले का विरोध किया और मांग की इस एमओयू को रद्द किया जाए। करीब 15 मिनट तक इस पर हंगामा रहा। हालांकि, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने जवाब देने की कोशिश की लेकिन कांग्रेसी हमलावर रहे।
कादियान-स्पीकर के बीच तीखी बहस
कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने पानी की किल्लत का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा हम पहले भी उठा चुके हैं। इस पर रघुवीर कादियान ने राजस्थान को पानी देने के सरकार के फैसले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इसको लेकर स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता काफी नाराज हो गए। उन्होंने कादियान को वॉर्निंग दी कि यदि वह रनिंग कमेंट्री बंद नहीं करेंगे तो उन्हें सदन से बाहर कर दिया जाएगा। कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल ने इसके जवाब में कहा कि सरकार ने लोगों को पहले से ज्यादा पानी दिया।
यमुनानगर जल समझौता
कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने राजस्थान को पानी देने के फैसले पर आपत्ति जताई तो सभी विधायकों ने एक सुर में सरकार के फैसले का विरोध किया। राजस्थान के साथ हुए यमुनानगर जल समझौता को लेकर फिर रघुवीर कादियान ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 1994 में भी एक यमुना जल समझौता हुआ था। चूंकि जल संस्थान मंत्री राजस्थान से हैं तो उन्होंने दिल्ली में राजस्थान के सीएम के साथ हरियाणा का जल समझौता करा दिया। कादियान ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सरेंडर कर दिया है। किसानों का गला कटने नहीं देंगे।
सीएम ने यमुना जल समझौते की जानकारी दी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजस्थान के साथ हुए पानी के मुद्दे पर कहा कि, पानी की उपलब्धता और पानी की मात्रा के लिए दो अलग अलग वक्त पर समझौते हुए। पहले के वक्त में हरियाणा ने 13000 क्यूसेक पानी की जरूरत बताई, जिसे बाद में 18000 क्यूसेक और मौजूदा वक्त में 24000 क्यूसेक तक ले जाया गया। बाढ़ के हालात पर अतिरिक्त पानी होने पर ही पानी राजस्थान को दिया जाएगा। बाढ़ के हालात में भी पानी अतिरिक्त होने पर एक चौथाई पानी हमारे दक्षिण हरियाणा के ज़िलों के लिए रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त यदि बारिश का पानी हमारे पास आता है तो उसे राजस्थान को दिया जाएगा।
समझौते को रद्द करने पर अड़े कांग्रेस विधायक
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इस समझौते को रद्द किया जाए, नहीं तो प्रदेशभर में जन आंदोलन चलाया जाएगा। कृषि मंत्री जेपी दलाल और परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कांग्रेस की आपत्ति पर तर्क दिया कि हरियाणा के हिस्सा का नहीं, बल्कि यमुना में 24 हजार क्यूसिक से अतिरिक्त पानी दिया जाएगा। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने तर्क दिया कि यमुना नदी में 24 हजार क्यूसिक से अतिरिक्त पानी राजस्थान को दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने विरोध जताते हुए कांग्रेस विधायकों को जवाब दिया कि जिन क्षेत्रों में पानी जा रहा है, वे भी विरोध कर रहे हैं।
SYL निर्माण पर कस्सी चलाकर पीएम पूरी करें मोदी गारंटी
प्रदेश सरकार द्वारा एसवाईएल निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। कांग्रेस विधायक रघुवीर कादियान ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि हर वर्ष बजट निर्धारित किया जाता है, मगर पांच साल पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सदन को आश्वासन दिया था कि एसवाईएल के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने मिलने का समय लिया जाएगा। अभी तक प्रधानमंत्री से समय नहीं मिला है। राजनीति से ऊपर उठकर सीएम, पीएम से मिलने का समय लें, सभी 90 विधायक पीएम से मिलेंगे और पीएम एसवाईएल निर्माण के लिए कस्सी चलाकर मोदी गारंटी दें।