आज सावन की पूर्णिमा है लेकिन भ्रदा काल होने के कारण रक्षाबंधन का त्योहार आज यानि की 30 अगस्त और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जायेगा। आज राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रात 9 के बाद से शुरु होगा जो अगले दिन 31 अगस्त 2023 को सुबह 7 बजकर 4 मिनट तक रहेगा। हिंदू धर्म में भ्रदा काल को अशुभ माना जाता है। राखी बांधते वक्त कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना जरुरी होता है।
राखी बांधते वक्त इस मंत्र को पढ़ें
हिंदू धर्म में जब भी किसी व्यक्ति की कलाई पर कोई रक्षा या पवित्र धागा बांधा जाता है, तो उस समय एक खास मंत्र का जाप जरूर किया जाता है। इससे जीवन के सभी क्षेत्रों में प्रगति और सफलता मिलती है। इसलिए इस मंत्र को पढ़ें-
येन बद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।
ॐ व्रतेन दीक्षामाप्नोति, दीक्षयाऽऽप्नोति दक्षिणाम् ।
दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति, श्रद्धया सत्यमाप्यते ॥
इस मंत्र का अर्थ है जो रक्षा धागा परम कृपालु राजा बलि को बांधा गया था, वही पवित्र धागा मैं तुम्हारी कलाई पर बांधता हूं, जो तुम्हें सदा के लिए विपत्तियों से बचाएगा।
राखी बांधने के नियम
बहने राखी के दिन भाई को राखी बांधते समय इस बात का ध्यान रखें कि राखी हमेशा भाई के दाएं हाथ में ही बांधनी चाहिए। राखी बांधते समय भाई के सिर पर रुमाल रखा हो। साथ ही जब आप राखी बांधे तो उससे पहले भाई को तिलक जरूर करें और तिलक करके उस पर अक्षत यानि चावल भी लगायें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तिलक करने के बाद कुछ चावल यदि घर में बहन छिड़क दें तो इससे भाई के घर में सुख-समृद्धि आती है। भाई को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि राखी बंधवाते समय हाथ कभी खाली न रखें, मुट्ठी में कुछ चावल के दाने या फिर पैसे जरूर रखें।
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