रोहतक। नगर निगम ने अभी तक यही दर्शाया है कि विकास के लिए उसके पास बजट की कमी है जिसके चलते सब कुछ रुका हुआ है। लेकिन अब नगर निगम द्वारा घाटे से उबरने की कवायद तेज कर दी है। अब शहर के 11 कम्यूनिटी सेंटर पांच साल के लिए लीज पर दिए जाएंगे। अभी तक इन सभी कम्यूनिटी सेंटर्स की देखरेख नगर निगम द्वारा की जा रही थी।
नए रेट के अनुसार सबसे महंगे शहीद मदनलाल धींगड़ा और मातूराम कम्यूनिटी सेंटर सबसे महंगे हैं। इसके लिए नगर निगम ने 10 लाख रुपये सिक्योरिटी फीस और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 4 लाख रुपये प्रति महीने किराया रखा गया है। बाकि के कम्यूनिटी सेंटर की सिक्योरिटी फीस पांच लाख और प्रति महीना किराया जीएसटी और 1 लाख रुपये निर्धारित किया गया है। इन सभी कम्यूनिटी सेंटर से नगर निगम को करीब 65 लाख रुपये सिक्योरिटी के मिलेंगे।
जबकि हर महीने 13 लाख रुपये की आदमनी किराए के रूप में होगी। नगर निगम ने 11 कम्यूनिटी सेंटर के तो रेट निर्धारित कर दिए हैं, लेकिन कई कम्यूनिटी सेंटर ऐसे हैं जो बनकर तैयार हैं लेकिन चालू नहीं हो पाए। कहीं पानी की निकासी नहीं होती तो हीं बिजली का कनेक्शन नहीं मिलने के कारण उनमें बुकिंग भी चालू नहीं हो पाई। करोड़ों रुपये खर्च करके बनाई गई बिल्डिंग नगर निगम के लिए बेकार साबित हो रही हैं।
गांधी कैंप के बारात घर को लीज पर लेने के लिए 5 लाख रुपये सिक्योरिटी और 1 लाख रुपये और 18 प्रतिशत जीएसटी देनी होगी। लेकिन यहां के हालात देख लें तो बदतर हैं। इसके सामने रेहड़ी लगती हैं। बताया जा रहा है कि यहां बुकिंग ही नहीं हो पा रही। वहीँ पुराना शुगर मिल के पास महाराज अग्रसेन कम्यूनिटी सेंटर बनाया गया था। लेकिन वो आज तक चालू नहीं हो पाया। इतनी बड़ी बिल्डिंग बेकार पड़ी है।
इसके अलावा सुखुपरा चौक के पास एक कम्यूनिटी सेंटर बनाया गया था। यहां घास जमी हुई है, पानी की निकासी है। इसे भी चालू नहीं करवाया जा रहा। इसी तरह हुडा सिटी पार्क के पास एक कम्यूनिटी सेंटर भी करीब 4 साल से चालू नहीं किया जा रहा। बताया जा रहा है कि यहां अभी तक बिजली का कनेक्शन नहीं मिल पाया। वहीँ अगर कोई फर्म शहीद मदनलाल धींगड़ा व मातूराम कम्यूनिटी सेंटर को लीज पर लेना चाहते हैं तो उसकी टर्न ओवर 5 साल तक 2.5 करोड़ रुपये होनी चाहिए। बाकि के लिए 50 लाख रुपये टर्न ओवर निर्धारित की है। वहीं बहुत सी शर्तें ऐसी हैं जो पूरी करना लगभग असंभव है।
पूर्व पार्षद अशोक खुराना ने कहा कि दो कम्यूनिटी सेंटर लीज पर लेने के लिए तो पांच साल तक ढाई करोड़ रुपये की टर्न ओवर की शर्त रखी गई है। इसे पूरा करन लगभग मुश्किल है। इसके अलावा भी कुछ शर्तें हैं। नगर निगम को ऐसे मापदंड रखने चाहिए जिससे व्यक्ति आसानी से कम्यूनिटी सेंटर लीज पर ले सके। नियमों को सरल किया जाना चाहिए।