मार्च के महीने में हुई बेमौसम बारिश से रोहतक में किसानों की फसल को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराकर जिले में 57,110 एकड़ से अधिक में अपनी रबी फसलों के नुकसान की सूचना दी है। पिछले महीने ओलावृष्टि के साथ हुई बेमौसम बारिश से गेहूं में नुकसान पोर्टल पर 56,751 एकड़ में दर्ज किया गया है, जबकि सरसों को 359 एकड़ में नुकसान हुआ है।
आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, 3,985 एकड़ में गेहूं की फसल का नुकसान 33 प्रतिशत तक, 36,496 एकड़ में 50 प्रतिशत तक, 15,670 एकड़ में 75 प्रतिशत तक और 600 एकड़ में 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है। इसी प्रकार सरसों की फसल में 70 एकड़ में 50 प्रतिशत तक, 55 एकड़ में 75 प्रतिशत तक और 234 एकड़ में 100 प्रतिशत तक नुकसान दर्ज किया गया है। क्षति के बारे में रिपोर्ट पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों पर आधारित है। ये वे किसान थे जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत नामांकित नहीं थे।
संबंधित अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रोहतक जिले में बीमा कवर वाले 10,000 एकड़ से अधिक फसल नुकसान की सूचना मिली है। जिसके लिए प्रभावित किसानों ने पहले ही बीमा कंपनी को फसल नुकसान के मुआवजे के लिए आवेदन दिया है। इस बीच, उपायुक्त (DC) अजय कुमार ने कानूनगो और राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों को जल्द से जल्द फसल नुकसान के बारे में किसानों की शिकायत को सत्यापित करने का निर्देश दिया है, ताकि अंतिम रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जाएगी।