Rohtak News : रोहतक पुलिस की साइबर क्राइम थाना की टीम ने अयोध्या, उतर प्रदेश में प्लॉट दिलाने के नाम पर 30 लाख रुपये की ठगी की वारदात को हल करते हुये वारदात में शामिल रहे आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 7 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया। रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपी को अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत मे भेजा गया है।
प्रभारी थाना साइबर क्राइम रोहतक निरीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि गौकर्ण तीर्थ आश्रम निवासी महंत कपिलपुरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कि मंहत कपिलपुरी ने आश्रम बनाने हेतु अयोध्या में एक प्लॉट की जरुरत थी। मंहत कपिलपुरी के जानकार मंहत स्वामी विवेकानंदपुरी ने कहा कि आयोध्या मे उसकी जानकारी है और उसे वहा प्लॉट दिलवा देगा।
स्वामी विवेकानंदपुरी ने सिद्धनाथ नामक संत से मोबाइल पर बात करवाई। सिद्धनाथ ने कहा कि उसकी जानकारी में अयोध्या में एक प्लॉट है जो राम मंदिर के नजदीक पडता है और वह उसे दिलवा देगा। सिद्धनाथ ने कहा कि जगह का ब्याना कराने के लिये 30 लाख रुपये लगगे। सिद्धनाथ ने कहा कि रुपये उसकी शिष्या कंचन कुमारी के खाते में जमा करवा दे। मंहत कपिलपुरी ने 30 लाख रुपये खाते मे ट्रांसफर कर दिये। महंत कपिलपुरी ने जमीन का विवरण मांगा तो कहा कि एक-दो दिन में विवरण देंगे। जिसके बाद कपिलपुरी की बातों को टाल मटोल कर मोबाइल फोन स्वीच आफ कर लिया।
मामले की जांच के दौरान आरोपी सिंधात उर्फ कृष्ण पुत्र जयराम निवासी करण छपरा जिला बलिया उतरप्रदेश हाल किरायेदार कमला नगर उतरप्रदेश को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को अदालत में पेशकर कर 7 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया गया। आरोपी से 11 लाख रुपये बरामद किए गए है। गिरोह में शामिल रहे अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम द्वारा छापेमारी की जा रही है।