Punjab, लुधियान में ईशप्रीत ननकाना साहिब पब्लिक स्कूल में 12वीं का छात्र था. सोमवार को स्कूल में पढ़ाई खत्म कर जब ईशप्रीत करीब डेढ़ बजे घर पहुंचा तो अपने अपने रिटायर्ड सूबेदार दादा रणजोत सिंह का लाइसेंसी रिवाल्वर साफ करने लगा.
इसी दौरान गोली चल गई और सिर में जा लगी और उसकी मौत हो गई आपको बता दें कि ईशप्रीत सिंह स्वर्ण पदक विजेता था और खुद निशानेबाजी करती था.
ईशप्रीत सिंह उम्र 17 वर्ष थी वह विजेता जसदेव नगर का रहने वाला था. गोली चलने की आवाज सुन परिवार वाले कमरे में पहुंचे तो ईशप्रीत खून से लथपथ पड़ा था.
उसे पास के निजी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी मौत हो चुकी थी. सूचना मिलने के बाद थाना सदर की पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे को पोस्टमार्टम को भेज दिया है.
ईशप्रीत सिंह वह दो बहनों का इकलौता भाई था, उसकी एक बहन विदेश में पढ़ती है तो दूसरी उनके साथ ही रहती है. ईशप्रीत खुद निशानेबाज था और 20 दिन पहले चंडीगढ़ में हुई निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीता था.
ईशप्रीत के पिता अनूप सिंह भी कुछ दिन पहले ही बेटी के पास कनाडा गए थे. इस दुखद घटना के बाद इलाके में गम का मौहाल है साथ ही जिस स्कूल में ईशप्रीत सिंह पढ़ते थे वहा भी सभी इस खबर से उदास है.