Punjab, पंजाब की एक दवा निर्माता कंपनी के परिसर से लिये गये नमूने जांच में मानक गुणवत्ता के नहीं पाये गए जिसके बाद उसे सभी विनिर्माण गतिविधियां रोकने को कहा गया। यह बात सरकार ने लोकसभा में कही।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की चेतावनी के बाद नमूनों की जांच की गयी और वे मानक गुणवत्ता के नहीं पाये गये।
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने मार्शल आइलैंड और फेडरेटिड स्टेट्स ऑफ माइक्रोनेशिया में भारत निर्मित ग्वाइफेनेसिन सीरप के एक बैच के लिए चिकित्सा उत्पाद चेतावनी जारी की थी।
इस संबंध में खबरों के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने राज्य औषधि प्राधिकरण, पंजाब के साथ मिलकर पंजाब स्थित मैसर्स क्यूपी फार्माकेम लिमिटेड के परिसर में संयुक्त जांच की थी।
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मंत्री ने बताया कि कंपनी के विनिर्माण परिसर से लिये गये दवा के नमूने जांच में मानक गुणवत्ता के नहीं पाये गये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने कंपनी को तत्काल प्रभाव से समस्त विनिर्माण गतिविधियां रोकने का निर्देश दिया है।’’