Punjab, सिखों के धार्मिक स्थलों में से एक श्री हेमकुंड साहिब जो किउत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. जिसकी यात्रा 20 मई से शुरू होने जा रही है लेकिन यहां पर करीब 15 फीट से अधिक ऊंची बर्फ से रास्ते ढ़के हुए जिसके वजह से इंडियन आर्मी के जवान यहां दिन रात काम में जुट कर रास्ता बना रहे है ताकि यात्रियों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े. वहीं तकरीबन सात महीनों के बाद श्री हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने जा रहे हैं
आपको बता दे कि हर साल सर्दियों में बर्फबारी शुरू होने से पहले हिमालय की पहाड़ियों में बने श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिए जाते हैं. यह कपाट लगभग 6 से 7 महीनों तक कपाट बंद रहते है. आर्मी की मदद करने के लिए गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर गुरनाम सिंह और सेवादार भी उनके साथ है. बीते दिनों ही आर्मी के जवानों के साथ मैनेजर गुरनाम सिंह ने सुख-शांति के लिए अरदास भी की.
बीते कुछ दिनों से लगातार उत्तराखंड की पहाड़ियों पर भी मौसम नासाज बना हुआ है. वहीं आने वाले मई महीने की शुरुआत में भी मौसम दोबारा से खराब होने के आसार है. ऐसे में सेना के जवानों को भी रास्ता बनाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा तक रास्ता बनाने के लिए 418 इंजीनियरिंग कोर के जवान जुटे हुए हैं. बीते दिनों सैनिकों ने अटलाकोटी ग्लेशियर से 4 फीट बर्फ काटी और रास्ता बनाया.