Punjab, चंडीगढ़ में इस बार प्रशासन के लिए शराब के ठेके मुसीबत बन गए हैं. 3 वीं बार नीलामी के लिए फिर से प्रशासन के आबकारी विभाग ने ठेकों के रेट कम किए हैं. अब 25 मई को ठेकों की नीलामी की तारीख तय की गई है. अब सरकार ने इन ठेकों को नीलाम करने के लिए प्रशासन ने रिजर्व प्राइस और कम कर दिए हैं.
अब 25 मई को ठेकों की नीलामी की तारीख तय की गई है आपको बता दें कि इससे पहले की नीलामी में एक भी ठेका नहीं बिका था. जिसके बाद प्रशासन ने रिजर्व प्राइस करने का फैसला लिया है.
इन ठेकों का रिजर्व प्राइस आबकारी विभाग ने पहली नीलामी के मुकाबले में 32.34 करोड़ कम कर दिए हैं. पर इसके बावजूद ठेकदार रूचि नहीं दिख रहे हैं. पहली नीलामी 14 अप्रैल को हुई थी लेकिन प्रशासन को ठेकों की नीलामी का रिजर्व प्राइस कम करके अब तक 40 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. साथ ही एक्साइज डयूटी और वैट से टैक्स आना था उसका भी करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
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नई आबकारी नीति के अनुसार एक अप्रैल से शहर में ठेके शुरू हो गए हैं, अब तक प्रशासन कुल 95 में से 76 ठेके बेचने में कामयाब रहे हैं. अभी तक 76 ठेके बेचकर आबकारी विभाग 440 करोड़ रुपये ही कमाई कर चुका हैं. जबकि, बचे हुए 19 ठेकों से 300 करोड़ रुपये की कमाई का टारगेट रखा गया है.
वहां पर शराब पर सरकार ने वैट और एक्साइज डयूटी को चंडीगढ़ के मुकाबले में काफी कम दिया है जिसका नुकसान चंडीगढ़ को हो रहा है.