Punjab, एनआईए ने खालिस्तानी समर्थक संगठनों और पाक स्थित साजिशकर्ताओं के साथ संबंध रखने वाले 12 आरोपियों के खिलाफ अपना पहला आरोप पत्र दायर किया। एनआईए ने बताया कि आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ के तीन मामलों में से एक में इसकी जांच की जा रही है।
इस मामले में दस अन्य व्यक्ति अभी भी आतंकवादी साजिश में उनकी भूमिका के लिए जांच के दायरे में हैं, जिसमें कुछ नेताओं, गायकों और व्यापारियों को लोगों को आतंकित करने, उनसे पैसे वसूलने और सनसनी पैदा करने की योजना शामिल थी।
एनआईए के द्वारा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 25 जिलों में 91 स्थानों पर जांच की गई। इनमें लुधियाना, जालंधर, मोहाली, मुक्तसर में 6 महीने की व्यापक तलाशी और विभिन्न संगठित अपराध समर्थन नेटवर्क के लगभग 100 सदस्यों की जांच के बाद उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था।
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अधिकारी ने कहा कि एनआईए की जांच में आरोप पत्र में शामिल आरोपी खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स और उसके संचालक अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला के साथ एक सूचीबद्ध ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ के साथ संबंध का पता चला है।
पाक स्थित साजिशकर्ताओं के संपर्क में होने के अलावा, आरोपी कनाडा और विदेशों में स्थित खालिस्तानियों के संपर्क में भी थे। दिल्ली में आज दायर चार्जशीट गैंगस्टर-आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के साथ-साथ उनकी फंडिंग और सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्च र से संबंधित है।
12 आरोपियों की पहचान अर्श डाला, गौरव पटयाल, सुखप्रीत बुद्धा, कौशल चौधरी, अमित डागर, नवीन बाली, छोटू भट, आसिफ खान, जग्गा तख्तमल, टिल्लू ताजपुरिया, भूपी राणा और संदीप बी. के रूप में हुई है।