Tuesday, April 16, 2024
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गर्मियों में पानी के लिए हाहाकार, रोहतक में टैंकरों से पानी की आपूर्ति भी ठप

गर्मी और ऊपर से नहरबंदी की वजह से रोहतक में पानी को लेकर सर्वत्र हाहाकार मचा हुआ है। कन्हेली राेड पर हैंडपंप से पानी भरकर लोग गुजारा कर रहे हैं। इसके अलावा कई इलाकों में लोगों को कैंपर खरीद पानी पीना पड़ रहा है।

रोहतक। गर्मियों के दिनों में पेयजल किल्लत बढ़ रही है। रोहतक में पुराने शहर के ऊंचे इलाकों में तो गहरा जल संकट गहराने लगा है। नहरबंदी की वजह से दोनों टाइम निश्चित शेड्यूल पर शहर में पानी की आपूर्ति का पब्लिक हेल्थ का दावा फेल है। हकीकत में अधिकांश इलाकों में एक ही समय वह भी कटौती के साथ जलघरों से पानी की सप्लाई दी जा रही है। चौबीस घंटों में मात्र पंद्रह से बीस मिनट पानी सप्लाई की जाती है। पानी की तीव्रता इतनी कम होती है कि बाल्टी भरते भरते सप्लाई बंद हाे जाती है। पाइप से पेय जलापूर्ति शुरु होने से पूर्व भी पानी के लिए लोग परेशान थे और आज भी यहां के लोगों की स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

आए दिन प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है लेकिन अब वह भी बंद हो गई है। ठेकेदार की हड़ताल से उपभोक्ताओं की डिमांड पर पानी के टैंकर भी नहीं जा रहे हैं। दो दिन से 3 वार्डों की 18 कॉलोनियों-मोहल्लों में पेयजल संकट गहरा गया है। हालांकि, पब्लिक हेल्थ के एक्सईएन ने बुधवार की शाम ठेकेदार के बकाया पेमेंट मामले का समाधान कराते हुए टैंकरों से पानी की सप्लाई बहाल करने की जानकारी दी है।

ठेकेदार ने बताया कि पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों ने 6 महीने से सप्लाई किए गए पानी के टैंकरों का भुगतान नहीं किया है। अधिकारियों के तबादले या अन्य कारण बताकर बिल पास नहीं होते हैं। करीब एक करोड़ रुपए तक बकाया है। अंतत: दो दिन पानी के टैंकर की सप्लाई रोकनी पड़ी है। शहर में प्रतिदिन 38 से 45 पानी के टैंकरों की जरूरत होती है। जिनकी आपूर्ति पब्लिक हेल्थ से अनुबंधित ठेकेदार के जरिए कराया जाता है। सबसे ज्यादा पानी के टैंकर वार्ड-5 की खोखराकोट, रैनकपुरा और उसके आसपास की कॉलोनियों में भेजने पड़ते हैं। लेकिन गर्मी के सीजन में पानी नहीं मिलने से परेशानी काफी बढ़ गई है।

वार्ड-1 में कुताना बस्ती, जेपी कॉलोनी, शास्त्री नगर और शिव नगर, वार्ड-5 में रैनकपुरा, डेयरी मोहल्ला, पाड़ा मोहल्ला, रोहताश नगर, कच्चा चमारिया रोड और सलारा मोहल्ला, वार्ड-8 में आजादगढ़, न्यू विशाल नगर, लाढ़ौत रोड, शास्त्री नगर, बसंत विहार व विकास नगर, वार्ड-20 की एकता कॉलोनी समेत आउटर कॉलोनियों में दो दिन से पानी के टैंकर नहीं पहुंचे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि वार्ड 5 में प्रतिदिन 24 या इससे अधिक पानी के टैंकर की जरूरत पड़ती है, लेकिन दो दिन से एक भी नहीं मिला है। 15 हजार आबादी परेशान है। बुधवार को एसडीई राजेश कुमार से बात की गई। उन्होंने आश्वासन भी दिया। फिर भी टैंकर नहीं भेजे गए। लोग अब गुस्से में हैं।

वहीँ वार्ड-8 के न्यू विशाल नगर, विकास नगर, शास्त्री नगर, लाढ़ौत रोड आदि एरिया में नहरबंदी के दौरान पानी की आपूर्ति प्रभावित रहती है। विकल्प के रूप में पानी के टैंकर भेजे जाते हैं। लेकिन दो दिन टंकर नहीं आए हैं। वार्ड-1 के पार्षद कृष्ण सहरावत ने बताया कि जेपी कॉलोनी, कुताना बस्ती, शास्त्री नगर व शिव नगर में सबसे ज्यादा पेयजल संकट बना हुआ है।

गौरतलब है कि मौजूदा समय में नहरबंदी चल रही है। इस बार सिंचाई विभाग ने झज्जर रोड पर बने क्रास रेगुलेटर के सभी पांचों फाटक गिराकर जेएलएन में पानी स्टोर किया है, ताकि पब्लिक हेल्थ विभाग जरूरत के मुताबिक चारों जलघरों के टैंकों में नहरी पानी की आपूर्ति कर सके। पब्लिक हेल्थ के एसडीई राजेश कुमार भी शहर में पानी की आपूर्ति सुबह-शाम करने का दावा कर रहे हैं। फिर भी कई वार्डों की कॉलोनियों में कटौती के साथ एक ही टाइम पानी की आपूर्ति की जा रही है। जेएलएन नहर एक्सईएन अरुण मुंजाल ने कहा कि तय शेड्यूल पर खुबड़ूहेड से 29 मई की दोपहर तक जेएलएन में नहरी पानी आएगा। इस बार 2600 क्यूसिक पानी की डिमांड भेजी है।

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