हिसार। हिसार से बरवाला जाने वाले एयरपोर्ट के बीच के रास्ते को बंद किए जाने के विरोध ग्रामीणों का धरना तीसरे दिन भी जारी रहा इसी बीच प्रशासन गुरुवार फिर से रास्ता बंद करने के लिए पहुंचा लेकिन ग्रामीणों की भारी तादाद को देखते माहौल टकराव जैसे हो गए। सूचना मिलने पर बरवाला से जजपा विधायक जोगीराम सिहाग भी ग्रामीणों के बीच पहुंचे गए। उधर, ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जबरदस्ती रोड बंद किया तो ग्रामीण किसी भी हद तक जा सकते हैं।
जब तक गांव जाने के लिए वैकल्पिक छोटा रास्ता प्रशासन की तरफ से नहीं दिया जाएगा तब तक हिसार बरवाला मार्ग को बंद नहीं करने दिया जाएगा। धरने को संबोधित करते हुए बरवाला रोड बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश कोहली एडवोकेट ने कहा कि सरकार का रवैया हठधर्मितापूर्ण एवं अन्यायपूर्ण है। एक तरफ तो सरकार द्वारा हर गांव को शहरों व दूसरे गांव से जोड़ा जा रहा है, जबकि हमें हिसार शहर से तोड़ा जा रहा है। उन्होंने सरकार व प्रशासन को रोड बंद करने के फैसले को गांव के लिए काला दिवस है।
बता दें कि इस मामले में प्रशासन द्वारा बगैर वैकल्पिक मार्ग दिए, रोड़ बंद करने से नाराज एक दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीणों ने सीधे तौर पर विरोध किया। ग्रामीणों ने कहा कि रोड बंद करने से पहले तलवंडी राणा माइनर से एयरपोर्ट की दीवार के साथ कम दूरी का स्थाई रोड देने से पहले यदि रोड बंद किया तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। जिला प्रशासन की मनमानी से परेशान आधा दर्जन से अधिक गांवों में किसी भी प्रकार की दुकाने नहीं खुली। तलवंडी राणा, जुगलान, धिकताना, धान्सू, बुगाणा एवं खेड़ी बर्की में वीरवार को अपनी दुकाने, स्कूल एवं सभी प्रकार के संस्थान बंद रखे। इस दौरान दूध तक की छुट्टी रही।
इन गांवों के लोगों का कहना है कि चाहे कुछ भी हो जाए, बिना स्थाई रोड़ दिए यदि उनका रास्ता रोका गया तो वो इसका हर हाल में ओर हर कीमत पर विरोध करेंगे। तलवंडी राणा माईनर से एयरपोर्ट की दीवार के साथ कम दूरी रोड बनवाने लिए एवं इस संघर्ष को लंबा चलाने के लिए ग्रामीणों ने शुक्रवार से किसान यूनियन एवं दूसरे संगठनों से सहयोग मांगा है। ग्रामीणों के अनुसार इस मामले में ग्रामीणों का एक दल अलग-अलग सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों से मिलेगा।
किस क्षेत्र की बढ़ी कितनी दूरी
• तलवंडी राणा 8 किलोमीटर : 30 किलोमीटर मीटर
• जुगलान 12 किलोमीटर: 32 किलोमीटर
• धान्सू 9 किलोमीटर : 27 किलोमीटर
• धिकताना 15:38 किलोमीटर
• बहबलपुर 15 किलोमीटर: 38 किलोमीटर
• खेड़ी बर्फी – 20 किलोमीटर : 44 किलोमीटर
• बुगाना 20 किलोमीटर : 44 किलोमीटर
• राजली 21 किलोमीटर : 45 किलोमीटर
• ढाणी गारण 27 किलोमीटर : 49 किलोमीटर
• ढाणी खानबहादुर 29 किलोमीटर : 51 किलोमीटर
• बरवाला 29 किलोमीटर: 52 किलोमीटर
• उकलाना 60 किलोमीटर : 82 किलोमीटर
• नरवाना- 76 किलोमीटर : 98 किलोमीटर
• चण्डीगढ़- 246 किलोमीटर : 268 किलोमीटर