जल्द ही हरियाणा-पंजाब के लोगों के लिए राजधानी दिल्ली पहुंचना काफी आसान हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इन दो प्रदेश के यात्री मात्र 20 मिनट में दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पांच पैकेजों में विकसित की जा रही 75 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER II), उत्तरी दिल्ली में अलीपुर को दिल्ली जयपुर राजमार्ग से जोड़ती है, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में रजोकरी के पास, इस साल के अंत तक उद्घाटन किया जाएगा और और राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों को खोल दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क के पहले तीन पैकेज (कुल पांच), जो दिल्ली में बन रहे हैं, दिल्ली में तीसरे रिंग रोड के रूप में काम करेंगे। यह रिंग रोड NH10 और NH-48 से भी जुड़ेगी। उन्होंने कहा कि यह सड़क दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद के विभिन्न हिस्सों से निकलने वाले यातायात के साथ-साथ पंजाब, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ की ओर जाने वाले हजारों कमर्शियल वाहनों के लिए एक वैकल्पिक मार्ग भी प्रदान करेगी। यूईआर II के दो पैकेज हरियाणा के सोनीपत और बहादुरगढ़ में विकसित किए जाएंगे।
Inspection of the Urban Extension Road Project (UER-II), developed as part of the Delhi Decongestion Plan. #PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/9bpwMOM4LG
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 16, 2023
गडकरी ने कहा, यह सड़क द्वारका एक्सप्रेसवे और आगे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से भी जुड़ी होगी। अलीपुर और आईजीआई हवाई अड्डे के बीच यात्रा करने वाला व्यक्ति इस नियंत्रित सड़क का उपयोग करके केवल 20 मिनट में यात्रा पूरी कर सकता है। उसी यात्रा में वर्तमान में लगभग 1.5 घंटे लगते हैं। इसके बनने के बाद, पानीपत, कुरुक्षेत्र, अंबाला व चंडीगढ़ से एयरपोर्ट के लिए आने वाला ट्रैफिक काफी अधिक घट जाएगा। पंजाब-हरियाणा से आने वाले लोगों को एयरपोर्ट पहुंचने में 2 घंटे तक लगते हैं, लेकिन रिंग रोड के बनने से ये सफर 20-30 मिनट में पूरा हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निर्माण में इस्तेमाल होने के लिए गाजीपुर लैंडफिल साइट से दो मिलियन टन कचरे के साथ सड़क को “ग्रीन रोड” के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क के पूरे खंड के किनारे पेड़ लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि एनएचएआई ने दिल्ली-एनसीआर में 60,000 करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू की हैं।