लखनऊ। उत्तर प्रदेश मे सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनावों में किसी भी आपदा से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश शासन की ओर से एयर एंबुलेंस एवं हेलिकॉप्टर (Air ambulances And Helicopters) की व्यवस्था की गई है। इस एयर एंबुलेंस और हेलिकॉप्टर की मदद से किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में न सिर्फ मदद पहुंचाई जा सकेगी, बल्कि अर्द्धसैनिक बलों, पुलिस बलों के व्यवस्थापन के साथ ही मेडिकल सहायता पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।
इन एयर एंबुलेंस और हेलिकॉप्टर को चरणो के हिसाब से अलग-अलग लोकेशंस पर डेप्लॉय किया गया है। ये एयर एंबुलेंस और हेलिकॉप्टर हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक निजी एविएशन कंपनी से लीज पर लिया गया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा आम चुनाव सभी सात चरणो में होना है। इसके लिए किसी भी संकट की स्थिति का सामना करने के लिए इन एयर एंबुलेंस और हेलिकॉप्टर को हायर किया गया है।
प्रत्येक चरण में अलग-अलग लोकेशंस पर होंगे डेप्लाय
प्रत्येक चरण में चुनावों की लोकेशन के आधार पर एयर एंबुलेंस और हेलिकॉप्टर को डेप्लॉय किया गया है। उदाहरण के रूप में 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण में यूपी के पश्चिम क्षेत्र की सीटों पर मतदान होना है। इसके लिए हेलिकॉप्टर को 18 अप्रैल एवं 19 अप्रैल को मुरादाबाद में तैनात किया गया है, जबकि एयर एंबुलेंस को 19 अप्रैल को बरेली में डेप्लॉय किया गया है। इसी तरह दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को हेलिकॉप्टर अलीगढ़ में (25 और 26 अप्रैल)और एयर एंबुलेंस को मेरठ में (26 अप्रैल) तैनात किया गया है। 7 मई को तीसरे चरण में हेलिकॉप्टर आगरा (6 व 7 मई को) एवं एयर एंबुलेंस को बरेली (7 मई को) में लोकेट किया गया है। 13 मई को चौथे चरण में हेलिकॉप्टर 12 व 13 मई को कानपुर और एयर एंबुलेंस 13 मई को लखनऊ में तैनात रहेगा। इसी प्रकार पांचवें चरण यानी 20 मई को हेलिकॉप्टर झांसी में और एयर एंबुलेंस लखनऊ में तो छठे चरण में हेलिकॉप्टर अयोध्या और एयर एंबुलेंस प्रयागराज में तैनात रहेगी। अंतिम चरण यानि एक जून को हेलिकॉप्टर गोरखपुर और एयर एंबुलेंस वाराणसी में तैनात होंगे।
एहतियात के तौर पर उठाया गया कदम
आकस्मिक परिस्थितियों में मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही फोर्सेज को लाने व ले जाने में यह हेलिकॉप्टर और एयर एंबुलेंस मददगार साबित होंगे। इसके माध्यम से प्रभावित स्थान तक तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी। इस कदम को एहतियात के रूप में उठाया गया है, ताकि किसी आपात स्थिति में बड़ी दुर्घटना को रोका जा सके। गुरुग्राम की जेट सर्व एविएशन प्रा. लि. से 5.60 लाख रुपए के न्यूनतम उपयोग (2 घंटे प्रतिदिन) के लिए लीज पर लिया गया है। 7 दिन के हिसाब से इस पर कुल 39.20 लाख रुपए का खर्च आएगा।
प्रदेश शासन की ओर से इसकी वित्तीय स्वीकृति भी दी जा चुकी है। इस भुगतान एवं जीएसटी के साथ नियमानुसार गणना का दायित्व उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग एवं उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय, लखनऊ का होगा। खर्च के बाद भी यदि कोई धनराशि शेष बचती है तो उसे नियमानुसार राजकोष में जमा कराया जाएगा।