बहादुरगढ़। हरियाणा में इन दिनों कड़ाके की ठंड पर रही है। गांव के लोग जहां अलाव जलाकर खुद को गर्म रख रहे हैं। वहीं, शहर के लोग बिजली के हीटर और अंगीठी जलाकर खुद को सर्दी से बचा रहे हैं। गर्मी की चाह में अंगीठी जलाकर सोने से गर्मी तो मिली लेकिन शरीर ठंडा हो गया और जिंदगी सोते हुए ही बुझ गई। ऐसा ही कुछ बहादुरगढ़ और पंचकूला में सामने आया है।
बहादुरगढ़ के गणपति धाम परिसर में पुजारी और उसका परिवार हादसे का शिकार हो गया। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ निवासी करीब 28 वर्षीय दीपक यहां गणपति धाम में पुजारी है। परिसर में ही बने एक कमरे में दीपक अपनी पत्नी 24 वर्षीय श्वेता व बेटी 5 वर्षीय गुनगुन के साथ रहता है। शुक्रवार की रात को दीपक और उसका परिवार भोजन करके कमरे में सो गया था। ठंड से बचने के लिए कमरे में अलाव जलाया गया था।
आज शनिवार की सुबह जब पुजारी दीपक नहीं उठे तो उनका दरवाजा खटखटाया गया। काफी देर खटखटाने पर भी नहीं खुला तो दरवाजा तोड़ा गया। देखा तो तीनों बेसुध थे। मासूम गुनगुन की सांस थम चुकी थी तो दीपक और उसकी पत्नी की धड़कन चल रही थी । आनन-फानन में उनको अस्पताल ले जाया गया। जहां से पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। अभी उनकी हालत गंभीर है। सूचना पाकर सेक्टर छह थाना पुलिस और एफएसएल टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। कमरे से जली हुई लकड़ियां बरामद हुई हैं। जिससे सुबह हल्का धुआं भी निकलता नजर आया। धुएं और दम घुटने से मौत की आशंका जताई जा रही है। पुलिस जांच कर रही है।
दूसरा मामला पंचकूला से सामने आया है। यहां भी अंगीठी जलाकर रात को सर्वेंट क्वार्टर में सो रहे एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा बच गया। हादसे का पता उस वक्त चला जब सुबह मकान मालिक ने उनको जगाने के लिए घंटी बजाई। काफी हल्ला करने के बाद जब दूसरे युवक ने उठकर दरवाजा खोला तो घटना का पता लगा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को सेक्टर-6 सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
मृतक की पहचान सोनीपत निवासी नेत्र के रूप में हुई है। वह सेक्टर-4 स्थित एक घर में खाना बनाने का काम करना था। गुरुवार की रात वह अपने साथी गोपाल के साथ सर्वेंट क्वार्टर में सो रहा था। जानकारी के अनुसार सेक्टर-4 के मकान नंबर-81 के सर्वेंट क्वार्टर में गोपाल और नेत्र रात को अंगीठी जलाकर अपने-अपने बेड पर सो गए थे। सुबह करीब छह बजे घर के मालिक अंकुश अग्रवाल ने घंटी बजाई तो दोनों में से कोई नहीं उठा।
काफी देर तक कोई नहीं उठा तो घर का मालिक उनके कमरे के बाहर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई हरकत नहीं हुई। इसके बाद खिड़की खोलकर जोर-जोर से आवाज लगाई तो गोपाल उठ गया लेकिन नेत्र नहीं उठा। मौत की आशंका के चलते घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच की। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है।
बहादुरगढ़ में यह पहला मामला नहीं है, कुछ दिन पहले भी तीन श्रमिक युवकों की आग जलाकर सोने की वजह से मौत हो गई थी और उसके अगले दिन भी एक युवक अपने कमरे में मृत पाया गया था। वह भी रात को आग जलाकर सोया था।