नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने बारिश के बाद कई जगह से टूट चुकी कीरतपुर-मनाली सड़क को अगले साल जून 2024 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा है, लेकिन माना जा रहा है कि इस सड़क को दोबारा बनाने में अधिक समय लग सकता है। यह सड़क 2025 में पूरी तरह तैयार हो जाएगी और इसमें कम से कम डेढ़ साल का समय लग सकता है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक वरुण चेरी ने कहा कि वर्तमान में कीरतपुर से मनाली तक चार लेन सड़क पर 14 सुरंगें प्रस्तावित हैं, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ सकती है। 14 में से 10 सुरंगें तैयार हैं, जबकि चार पर काम चल रहा है मंडी जिले में कीरतपुर-मनाली चारमार्गी सड़क पर सुरंगों का जाल बिछा हुआ है।
अकेले पंडोह बाईपास टकोली परियोजना में कुल 10 सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से 8 सुरंगें बनकर तैयार हैं और 5 में यातायात शुरू हो गया है। इन दिनों दो सुरंगों पर काम चल रहा है। मंडी शहर में बाईपास के लिए चार सुरंगें बनाई जा रही हैं। इनकी लंबाई 3,600 मीटर है, जबकि मंडी-पंडोह और पंडोह से कांची मोड़ के बीच 2 सुरंगों का निर्माण भी प्रस्तावित है।
आपको बता दें कि किरतपुर-मनाली हाईवे देश की सबसे व्यस्त सड़कों में से एक है। इस रूट से दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा से मनाली, लाहौल स्पीति और लेह-लद्दाख आने वाले पर्यटकों के अलावा स्थानीय लोगों को भी इसका फायदा मिल रहा है। इससे 2 घंटे का समय भी बचेगा. इसके अलावा हिमाचल में कई ऐसी फैक्ट्रियां हैं जिनके लिए पंजाब से ट्रकों से माल आता है। इसलिए यह राजमार्ग उद्योग और पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।