रोहतक। रोहतक में बिजली का घरेलू कनेक्शन देने के बरती गई लापरवाही और कनेक्शन देने के एजव में मांगी 25 हजार की रिश्वत का मामला सामने आने के बाद एसडीओ सहित तीन पर गाज गिरी है। अधिकारीयों ने एसडीओ, कंज्यूमर क्लर्क व एएलएम को सस्पेंड कर दिया है। सीएम के ओएसडी वीरेंद्र सिंह दहिया की जांच में तीनों फंस गए। बुधवार की रात रोहतक के जसिया सब डिवीजन के एसडीओ नरेंद्र कुमार, असिस्टेंट लाइनमैन(एएलएम) सतीश कुमार और कंप्यूटर क्लर्क(सीसी) जोगेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। ओएसडी वीरेंद्र सिंह दहिया की जांच रिपोर्ट के बाद पंचकूला मुख्यालय ने यह कार्रवाई की है।
रोहतक में शनिवार को जनसंवाद कार्यक्रम में सीएम मनोहरलाल के दौरान लाढ़ौत भैयापुर निवासी रिटायर नायब सूबेदार रामप्रकाश ने बिजली निगम के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। गांव के निकट अपने खेतों के पास घर में घरेलू कनेक्शन के लिए अप्रैल माह से चक्कर कटवाने के आरोप लगाए थे। साक्ष्य के तौर पर रिटायर सैनिक ने अपने पास रिकार्डिंग होने का दावा किया था। इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सीएम ने विद्युत निगम के एसई को बोरिया बिस्तर बांधने की चेतावनी दी थी।
सीएम ने शिकायत पर उपायुक्त को निर्देश दिए थे कि वह मौके पर जांच कराएं ओर उनको रिपोर्ट दें। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर शिकायतकर्ता का घर नियमों के दायरे में होगा तो कार्रवाई की जाएगी। जिसके तहत सीएम के ओएसडी की जांच में सामने आया कि घरेलू कनेक्शन देने की एवज में 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगने और कनेक्शन देने के लिए बार-बार चक्कर कटवाये गए।
मुख्यमंत्री के सख्त तेवर देखते हुए अधिकारी शनिवार को ही मौके पर पहुंच गए। हालांकि शिकायत करने वाले को ही गलत ठहराते रहे। रविवार की सुबह अधिकारी फिर पहुंचे। हालांकि कार्रवाई के डर से रविवार की सुबह 11 बजे बिजली निगम की टीम पहुंच गई और किसान को घरेलू मीटर व कनेक्शन भी दे दिया। बिजली निगम के सूत्रों का कहना है कि कनेक्शन होने से पूर्व मुख्यमंत्री के ओएसडी ओएसडी वीरेंद्र सिंह दहिया मौके पर पहुंच गए थे। रिटायर सैनिक से वार्ता की और मौके पर पहुंचकर हकीकत जानी थी।
पूरे प्रकरण में बिजली निगम के अधिकारी कार्रवाई से बचने के लिए बयान बदलते रहे हैं। शनिवार की देर रात मौके पर पहुंचने का दावा करते हुए केवल एक कमरा लेबर क्लास वाला बताया। रविवार को सुबह गांव में पहुंचने की बात कहकर कहा कि कमरे के साथ शौचालय व स्नानघर भी बने हुए हैं। अब अधिकारियों ने दावा किया है कि निकट ही 30-35 मीटर लगे हुए हैं। करीब 100-150 अन्य कनेक्शन भी हैं। इसलिए भी कार्रवाई बनती है। अब कार्रवाई से सहमे अधिकारियों ने जांच कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है।
रोहतक बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता मनिंदर सिंह के अनुसार एसडीओ जसिया, एएलएम और सीसी को सस्पेंड करने से संबंधित आदेश मिल गए हैं।संबंधित उपभोक्ता ने रिश्वत मांगने के आरोप लगाए थे, यह भी संभावना हो सकती है। इसलिए इस प्रकरण में हम भी अपने स्तर से जांच करेंगे। दूसरे सभी आरोपों की भी जांच करने के लिए कमेटी गठित करेंगे। जो भी आरोपित अधिकारी-कर्मचारी हैं उनको चार्जशीट करेंगे। जो भी दूसरी नियमानुसार सख्त कार्रवाई हो सकती है वह भी करेंगे।