चंडीगढ़। हरियाणा में जन्माष्टमी के अवसर पर अचानक मौसम बदल गया और दक्षिण इलाकों में झमाझम बारिश होने लगी जिससे मौसम सुहावना हो गया। गुरुग्राम, रेवाड़ी, बहादुरगढ़ और झज्जर में बारिश हुई है। करीब पौने घंटे तक पूरे गुरुग्राम और रेवाड़ी में बादल बरसे। खास बात यह है कि दोपहर तक तेज धूप खिली हुई थी। लेकिन गुरुवार दोपहर बाद करीब साढ़े 3 बजे मौसम ने करवट बदली और पहले काली घटाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई और फिर तेज बारिश शुरू हो गई।
मानसून की विदाई से पहले गुरुग्राम और रेवाड़ी में ये दूसरी बारिश है। बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया है। इसी के साथ मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश के 33 शहरों में रहने वाले लोगों को गर्मी से राहत मिलने वाली है। आशंका जताई गई है कि हरियाणा के इन शहरों में रात तक हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। बारिश के दौरान गरज- चमक के साथ 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी।
दोपहर के बुलेटिन में चंडीगढ़ मौसम विभाग की ओर से यह अलर्ट जारी किया गया है। जिसमे कहा गया हैं कि नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, बावल, रेवाड़ी, कोसली, हथीन, नूंह, पलवल, तावडू, बल्लभगढ़, सोहना, गुरुग्राम, नांगल चौधरी, भद्रा, लोहारु और चरखी दादरी में तेज बारिश होने की सम्भावना है। इसके अलावा पटौदी, कोसली, मातनहेल, झज्जर, बहादुरगढ़, बेर खास, फरीदाबाद, इंद्री, रादौर, थानेसर, शाहाबाद, बराडा, जगाधरी, छछरौली में आकाशी बिजली के साथ तेज हवाएं चलेंगी।
मौसम विभाग ने आगे जानकारी दी है कि उत्तरी व दक्षिणी हरियाणा के कुछ एक क्षेत्रों में छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। राज्य में 10 सितंबर के बाद ही मानसून की सक्रियता बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में हरियाणा में दोबारा से बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। मौजूदा समय में गर्मी की वजह से लोग वैसे ही काफी परेशान हैं। अगर बरसात होती है तो गर्मी से भी छुटकारा मिल सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अभी भी हिमालय की तलहटियों की तरफ बना हुआ है, जिससे हरियाणा राज्य में मानसून बारिश की गतिविधियों में कमी लगातार 1 महीने से ज्यादा समय से बनी हुई है, लेकिन टर्फ का पूर्वी छोर दक्षिण की तरफ सामान्य स्थिति में आ जाने तथा बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से नमी वाली हवाएं आने की संभावना है। जिस वजह से तापमान सामान्य से अधिक होने के कारण लोकल वेदर सिस्टम बनने से हरियाणा में मौसम 10 सितंबर तक परिवर्तनशील रहेगा।