Haryana Budget 2023: हरियाणा का बजट 23 फरवरी के दिन पेश किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया। सीएम ने कहा कि हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 20 फरवरी से शुरू होगा। इसके बाद विधानसभा में 23 फरवरी 23 को सीएम खट्टर बजट पेश करेंगे।
बैठक के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी सदन की बैठक दो भागों में होगी। नौकरीपेशा लोगों, युवाओं, महिलाओं, पुरुषों और किसानों के सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए बजट 2023-24 समावेशी और भविष्योन्मुखी है। उन्होंने कहा, बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य, रोजगार सृजन, आवास, समाज कल्याण, किसान, उच्च शिक्षा, नवाचार और अनुसंधान पर विशेष ध्यान दिया गया है, जो हरियाणा के लिए भी फायदेमंद होगा।
चंडीगढ़ में पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री श्री @mlkhattar ने कहा कि केंद्रीय बजट 2023-2024 समावेशी और भविष्योन्मुखी है, जिसमें नौकरीपेशा लोगों, युवाओं, महिलाओं, पुरुषों और किसानों के सशक्तिकरण को ध्यान में रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट #हरियाणा के लिए लाभकारी होगा। pic.twitter.com/ypKBcfgqU4
— DPR Haryana (@DiprHaryana) February 2, 2023
मनोहर लाल ने कहा कि बजट पूर्व चर्चा के दौरान हरियाणा द्वारा दिए गए सुझावों को केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है। हमने ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) की तर्ज पर एक शहरी आधारभूत संरचना विकास निधि (यूआईडीएफ) स्थापित करने का सुझाव दिया है। इसे स्वीकार करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री ने यूआईडीएफ की स्थापना की घोषणा की है। इसके अलावा, मैंने 50 साल के ब्याज मुक्त ऋण के रूप में राज्यों को विशेष सहायक जारी रखने का एक और सुझाव भी दिया था। वित्त मंत्री ने इस योजना को जारी रखा है और इसके लिए आम बजट में 1.03 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत पिछले वित्तीय वर्ष में हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना के लिए 874 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इस वित्तीय वर्ष में भी हरियाणा को पर्याप्त राशि मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा अपने पड़ोसी राज्यों की तुलना में बेहतर वित्तीय स्थिति में है। हरियाणा अपने पड़ोसी राज्यों की तुलना में बेहतर वित्तीय स्थिति में है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में देश की चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर लगभग 7 % दर्शाई गई है। जबकि हरियाणा की आर्थिक वृद्धि दर लगभग 8 % है, जोकि राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है।